Edited By vasudha,Updated: 04 Mar, 2020 02:11 PM
नये ऑडर्रों और कारोबारी विश्वास में तेजी से फरवरी में देश के सेवा क्षेत्र की रफ्तार बढ़कर सात साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी। आईएचएस मार्किट द्वारा बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी में सेवा क्षेत्र का सूचकांक 57.5 दर्ज किया गया है जो...
बिजनेस डेस्क: नये ऑडर्रों और कारोबारी विश्वास में तेजी से फरवरी में देश के सेवा क्षेत्र की रफ्तार बढ़कर सात साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी। आईएचएस मार्किट द्वारा बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी में सेवा क्षेत्र का सूचकांक 57.5 दर्ज किया गया है जो जनवरी 2013 के बाद का उच्चतम स्तर है। जनवरी में यह 55.5 रहा था। सूचकांक का 50 से ऊपर रहना तेजी और इससे कम रहना गिरावट को दर्शाता है जबकि 50 का स्तर स्थिरता का द्योतक है।
आईएचएस मार्किट की मुख्य अर्थशास्त्री पॉलियाना डी लीमा ने आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 की अंतिम तिमाही में देश के सेवा क्षेत्र की रफ्तार और बढ़ी है। पिछले साल सितंबर के बाद से कारोबारी गतिविधियों में लगातार तेजी देखी जा रही है। इसके पीछे वजह है घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मांगों का मजबूत रहना हालांकि रोजगार में उस अनुपात में तेजी नहीं आयी है।
इससे पहले 02 मार्च को विनिर्माण क्षेत्र के लिए जारी खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) फरवरी में 54.5 पर रहा था। विनिर्माण और सेवा क्षेत्र का संयुक्त सूचकांक जनवरी के 56.3 से बढ़कर 57.6 पर पहुंच गया।