Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Jun, 2022 01:18 PM
वैश्विक बाजार की गिरावट के रुख से बीते सप्ताह ढाई प्रतिशत से अधिक लुढ़क चुका घरेलू शेयर बाजार अगले सप्ताह अमेरिका में महंगाई के चालीस साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने की मार झेल सकता है। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक
मुंबईः वैश्विक बाजार की गिरावट के रुख से बीते सप्ताह ढाई प्रतिशत से अधिक लुढ़क चुका घरेलू शेयर बाजार अगले सप्ताह अमेरिका में महंगाई के चालीस साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने की मार झेल सकता है। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1465.79 अंक की गिरावट लेकर सप्ताहांत पर 55 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे 54303.44 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 382.5 अंक गिरकर 16201.80 अंक पर आ गया।
समीक्षाधीन अवधि में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मझौली कंपनियों ने भी बिकवाली की मार झेली। सप्ताहांत पर मिडकैप 284.66 अंक टूटकर 22490.32 अंक और स्मॉलकैप 526.72 अंक लुढ़ककर 25857.42 अक पर रहा। विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका में मई में गैस, भोजन और अधिकांश अन्य वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में उछाल आया, जिससे महंगाई चार दशक के नए उच्च स्तर पर पहुंच गई।
इससे फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में तेज बढ़ोतरी करने की संभावना प्रबल हो गई है। इससे अगले सप्ताह वैश्विक और घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है। साथ ही यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ईसीबी) ने भी वर्ष 2011 के बाद अगले महीने ब्याज दरों में पहली बार वृद्धि करने का संकेत दे चुका है, जिसका असर शेयर बाजार पर देखा जा सकेगा। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर अगले सप्ताह मई महीने की खुदरा महंगाई, थोक महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी होने वाला हैं। अगले सप्ताह बाजार को दिशा देने में इन कारकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।