Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Jun, 2020 05:57 PM
कोरोना संकट के दौरान देश में कई तरह के फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं। इनमें से कई लोगों को ई-मेल के जरिए तो कई लोगों को फोन कॉल के जरिए फ्रॉड का शिकार बनाया गया।
नई दिल्लीः कोरोना संकट के दौरान देश में कई तरह के फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं। इनमें से कई लोगों को ई-मेल के जरिए तो कई लोगों को फोन कॉल के जरिए फ्रॉड का शिकार बनाया गया। ऐसे में पुलिस और बैंक लगातार लोगों को अलर्ट कर रहे हैं लेकिन फ्रॉड ऐसे भी सामने आए हैं जो मुफ्त वाईफाई देने के नाम पर किए गए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने लोगों को मुफ्त वाईफाई से होने वाले फ्रॉड को लेकर आगाह किया है। बैंक ने लोगों से फिलहाल किसी भी मुफ्त वाईफाई को इस्तेमाल ना करने की सलाह दी है।
रिजर्व बैंक ने अपने अलर्ट में कहा कि इस समय लोग लोगों को ठगने के लिए मुफ्त वाईफाई का इस्तेमाल कर रहे हैं। जैसा ही लोग मुफ्त वाईफाई का नाम सुनते हैं और इसके इस्तेमाल करते हैं वैसे ही ये धोखेबाज लोगों के खातों को हैक करके जमा राशि निकाल लेते हैं। ये लोग कई तरह के लुभावने ऑफर्स भी देते हैं। इतना ही नहीं केवाईसी की जरूरतों को पूरा करने जैसे फर्जी बहाने लेकर बैंक की वेबसाइट की हूबहू नकल करते हुए लोगों को ठगा जा रहा है। ग्राहकों को मोबाइल, ई-मेल, ई-वॉलेट में अपना बैंकिंग डाटा ना रखने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक पहले से ही अपने ग्राहकों को किसी के साथ अपना ओटीपी, पिन या सीवीवी नंबर ना बताने के लिए कहता आ रहा है।
कोरोना के नाम पर हो रही धोखाधड़ी
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने भी लोगों को साइबर हमलों की चेतावनी दी है। बैंक ने कहा है कि अगर फ्री कोविड टेस्ट के नाम पर कोई मेल आए तो उस पर क्लिक ना करें। अगर आप उस मेल पर क्लिक करते हैं तो आपके साथ भी ऑनलाइन धोखाधड़ी हो सकती है।