Edited By rajesh kumar,Updated: 10 Nov, 2020 05:34 PM
पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (PMC) के खाताधारियों की दिवाली इस बार काली होने वाली है। बैंक के खाताधारकों ने खुद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास को पत्र लिखकर आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है।
नई दिल्ली: पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (PMC) के खाताधारियों की दिवाली इस बार काली होने वाली है। बैंक के खाताधारकों ने खुद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास को पत्र लिखकर आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है। क्योंकि इन लोगों का पैसा पीएमसी बैंक घोटाले में फंसा है। यहीं नहीं खाताधारकों के पास खाने को भी पैसे नहीं है।पीएमसी घोटाले के पीड़ित खाताधारकों का कहना है कि लगातार दूसरे साल उन्हें ‘काली दिवाली’ मनानी होगी।
जानें क्या लिखा है पत्र है
जमाकर्ताओं के लिखे पत्र में कहा गया है कि, 'बैंकिंग विनियमन अधिनियम (संशोधन 2020) के पास होने के बावजूद, जिसे आपने पुनर्निर्माण का शक्तिशाली औजार बताया, आपने जमाकर्ताओं की ओर से दिए गए विलय के प्रस्ताव का जवाब नहीं दिया है। ये प्रस्ताव एक बैंक को अधिग्रहण करने के लिए आसान और निश्चित रूप से मुनाफेवाला रास्ता है।' पत्र में कहा गया है, 'ऐसा लगता है कि आरबीआई अपना वक्त ले रहा है जबकि हमलोग हर रोज मर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों के दौरान आरबीआई ने जो सुस्ती दिखाई है उसको देखकर अब केवल मरने का विकल्प बचा है। ये आरबीआई की जिम्मेदारी थी पीएमसी बैंक का निरीक्षण और ऑडिट पहले ही करना था।'
10 दिन के लिए अनशन
जमाकर्ताओं के मुताबिक वे आरबीआई के सामने 10 दिन के लिए क्रमिक अनशन करेंगे और फिर भी कोई फैसला नहीं हुआ तो वह 22 नवंबर को विरोध प्रदर्शन करेंगे। पत्र में कहा गया है, 'ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने आरबीआई के सामने ही खुदकुशी की बात कही है, हम ऐसे किसी भी कदम का सख्ती से विरोध करते हैं और हमने उन्हें समझाया कि उनका जमा पैसा उन्हें निश्चित रूप से वापस मिलेगा। ये हमारे पास आखिरी उपाय है जिससे हम उन्हे शांत कर सकते हैं. ये क्या आपकी (आरबीआई की) सिर्फ नैतिक ही नहीं प्रशासनिक जिम्मेदारी भी है कि जमाकर्ताओं को आगे सदमे से बचाएं। हमने अपने प्लान की रूपरेखा बना ली है और गेंद अब आपके पाले में है।'