Edited By ,Updated: 09 Feb, 2017 02:01 PM
नोटबंदी के बाद आम आदमी को बैंकों की गलती के कारण बहुत कुछ सहना पड़ रहा है। बैंकों में भारी मात्रा..
नई दिल्लीः नोटबंदी के बाद आम आदमी को बैंकों की गलती के कारण बहुत कुछ सहना पड़ रहा है। बैंकों में भारी मात्रा में कैश जमा कराने वाले हजारों लोगों को टैक्स नोटिस मिला है। हैरानी की बात यह है कि टैक्स नोटिस पाने वाले अधिकतर लोगों का कहना है कि उन्हें जितना पैसा जमा करने का नोटिस मिला है इतना उन्होंने जमा ही नहीं किया है।
CBDT की ओर से जारी किए गए नोटिस
टैक्स नोटिस पाने वाले एक बिजनसमैन ने बताया, 'मैंने केवल 2.3 लाख रुपए बैंक में जमा करवाए थे लेकिन मुझे 6.9 लाख रुपए जमा कराने का नोटिस मिला है। मेरे बैंक ने गलती से तीन बार एंट्री कर दी। मैं ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाऊंगा और उम्मीद करता हूं उससे मामला सुलझ जाएगा। मैं नहीं चाहता कि मुझसे टैक्स डिपार्टमेंट के लोग पूछताछ करें।" टैक्स नोटिस को सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (सी.बी.डी.टी.) की तरफ से जारी किया गया है। करीब आधा दर्जन सीए ने बताया कि उनके ग्राहक सलाह लेने आ रहे हैं। उनकी शिकायत है कि उन्होंने जिस रकम को बैंक में डिपॉजिट करने का नोटिस मिला है उन्होंने इतना पैसा जमा ही नहीं करवाया था।
क्या कहना है सीबीडीटी के चेयरमैन का
सीबीडीटी ने 1 फरवरी को बताया था कि 18 लाख लोगों ने अपने बैंक अकाउंट में भारी कैश जमा किया है, उन्हें अपने पैसे का सोर्स बताना होगा। सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्रा का कहना था कि डाटा ऐनालिटिक्स की मदद से ज्यादा कैश जमा करने वाले लोगों को टैक्स नोटिस भेजा गया है। जिन्हें नोटिस मिला है उन्हें नोटिस मिलने के 10 दिनों के भीतर आयकर विभाग की वेबसाइट पर जवाब दाखिल करना होगा।