Edited By vasudha,Updated: 18 Mar, 2020 03:00 PM
चीनी वीडियो शेयरिंग ऐप टिक टॉक (Tiktok) ना सिर्फ भारत बल्कि अन्य देशों में भी काफी लोकप्रिय है। क्या बच्चा क्या बूढ़ा हर किसी के लिए Tik Tok उसकी पहली पसंद बन गया है। अकेलेपन में साथ देने के साथ साथ यह पैसे कमाने का भी जरिया बन गया है। TikTok पर...
बिजनेस डेस्क: चीनी वीडियो शेयरिंग ऐप टिक टॉक (Tiktok) ना सिर्फ भारत बल्कि अन्य देशों में भी काफी लोकप्रिय है। क्या बच्चा क्या बूढ़ा हर किसी के लिए Tik Tok उसकी पहली पसंद बन गया है। अकेलेपन में साथ देने के साथ साथ यह पैसे कमाने का भी जरिया बन गया है। TikTok पर वीडियो अपलोड कर लाखों रुपए कमा रहे हैं। लेकिन अब यहां दिखने में बदसूरत, गरीब या फिर दिव्यांग की वीडियो नहीं दिखाई देंगे क्योंकि TikTok इन पर रोक लगाने पर विचार कर रहा है।
द गार्जियन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक Tik Tok की कुछ गाइडलाइन द इंटरसेप्ट के हाथ में लग गई है। इसमें यह बात सामने आई है कि टिक टॉक ऐबनॉर्मल बॉडी शेप, मोटापा, अलग दिखने वाले लोग और ज्यादा रिंकल फेस वाले लोगों के वीडियोज को बैन करने जा रहा है। टिकटॉक ने अपने मॉडरेटर्स को दिए निर्देश में स्पष्ट लिखा कि जब भी यूजर्स अपनी टाइमलाइन पर जाए उसे ऐसा कंटेंट नज़र आना चाहिए जो उसे ऐसा फील कराए कि वो उसके लिए ही बनाया जा रहा है। इसी के तहत बेकार के कंटेंट को फ़िल्टर कर देने के भी निर्देश हैं।
इस लीक्ड टिक टॉक गाइडलाइन के मुताबिक ख़राब दिखने वालों का वीडियो भी ख़राब दिखेगा और नए यूजर्स को आकर्षित नहीं कर पाएगा। ऐसे में अगर वीडियो शूट किए जाने वाली जगह गंदी या फिर ख़राब दिख रही होगी तो भी इस वीडियो को टाइमलाइन से हटा दिया जाएगा। TikTok के एक प्रवक्ता ने सफाई देते हुए कहा कि कंपनी का उद्देश्य सिर्फ ख़राब कंटेंट जो कि समाज के लिए नुकसानदायक हैं उन्हें हटाना है। TikTok के मुताबिक उन्हें लगातार ऐसी रिपोर्ट्स मिल रही हैं कि प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल भी हो रहा है और कंपनी बस इसे ही रोकना चाहती है।