वाहनों की कम बिक्री से टायर इंडस्ट्री संकट में, रेवेन्यू ग्रोथ पर पड़ा असर

Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Aug, 2019 02:13 PM

tire industry crisis due to low vehicle sales impact on revenue growth

भारत में वाहनों की बिक्री में कमी का सीधा असर टायर इंडस्ट्री पर पड़ा है। इसके चलते अब टायर इंडस्ट्री की मुसीबतें बढ़ गई हैं। रेटिंग एजेंसी Icra के मुताबिक डिमांड में कमी की वजह से साल 2019-20 के लिए टायर इंडस्ट्री की अनुमानित रेवेन्यू ग्रोथ रेट में...

नई दिल्लीः भारत में वाहनों की बिक्री में कमी का सीधा असर टायर इंडस्ट्री पर पड़ा है। इसके चलते अब टायर इंडस्ट्री की मुसीबतें बढ़ गई हैं। रेटिंग एजेंसी Icra के मुताबिक डिमांड में कमी की वजह से साल 2019-20 के लिए टायर इंडस्ट्री की अनुमानित रेवेन्यू ग्रोथ रेट में 3 से 4 प्रतिशत की कटौती की जा सकती है। बता दें कि वित्त वर्ष 2020 से 2024 के बीच टायर इंडस्ट्री की रेवेन्यू ग्रोथ रेट 6 से 8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था।

इस साल घटी टायर डिमांड
इससे पहले वित्त वर्ष 2018 में रेवेन्यू ग्रोथ रेट 12 प्रतिशत थी, जबकि वित्त वर्ष 2019 में यह 14 प्रतिशत रही थी। हालांकि अब वित्त वर्ष 2020 के लिए वैल्यूम के टर्म में घरेलू स्तर पर टायर डिमांड 3 से 4 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है, जो कि वित्त वर्ष 2019 के मुकाबले 6.7 प्रतिशत है।

इन वजहों का रेवेन्यू पर पड़ा असर

  • व्हीकल ओनरशिप की कीमत में बढ़ोत्तरी
  • ग्रामीण इलाकों में डिमांड की कमी
  • टायर की डिमांड में कम
  • नए वाहनों की बिक्री में कमी
  • इनपुट कास्ट में बढ़ोत्तरी

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!