Edited By Pardeep,Updated: 25 Nov, 2019 04:57 AM
ऑल इंडिया ट्रक ऑपरेटर वेलफेयर असोसिएशन ने 25 नवंबर से पूरे देश में ट्रकों का चक्का जाम करने का ऐलान किया। थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, डीजल की दरों में कमी और टोल टैक्स को खत्म करने सहित असोसिएशन की 11 मांगें हैं, जिनके पूरे होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल...
नई दिल्लीः ऑल इंडिया ट्रक ऑपरेटर वेलफेयर असोसिएशन ने 25 नवंबर से पूरे देश में ट्रकों का चक्का जाम करने का ऐलान किया। थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, डीजल की दरों में कमी और टोल टैक्स को खत्म करने सहित असोसिएशन की 11 मांगें हैं, जिनके पूरे होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखने की बात कही गई है। हड़ताल के चलते रोजमर्रा का सामान महंगा होने की आशंका है।
ट्रक वेलफेयर असोसिएशन के राष्ट्रीय प्रभारी प्रमोद श्योरान ने ट्रांसपोर्ट नगर में प्रेसवार्ता कर आगामी 25 नवंबर से देशव्यापी ट्रकों के चक्का जाम का ऐलान किया। उनका कहना है कि आयकर अधिनियम की धारा 44 एई में अनुमानित आय 3 गुना बढ़ाई गई है, जिसे वापस लिया जाए। उनकी मांग है कि डीजल की दरों को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाए, ताकि ट्रक ऑपरेटरों को इसकी मार से बचाया जा सके।
असोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम सिंह श्योकंद ने बताया कि डीजल पर सेस के बाद भी सरकार ने टोल लगा दिया है। अब ट्रक ऑपरेटर डीजल पर सेस भी दे रहे हैं और टोल भी। कायदे से टोल लगाने के बाद सेस हटाया जाना चाहिए था। इसके साथ ही एक बड़ा मसला थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का है। इंश्योरेंस कंपनियां लगातार थर्ड पार्टी इंश्योरेंस पर प्रीमियम में बढ़ोतरी करती जा रही हैं। इसकी मार ट्रक ऑपरेटरों को झेलनी पड़ रही है। ऐसे ही 11 सूत्रीय मांगों को लेकर असोसिएशन की ओर से शांतिपूर्ण मार्च भी निकालेंगे।