1 दिसंबर से बदल जाएगा टोल टैक्‍स का नियम, गाड़ी पर जरूरी होगा ये टैग

Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Oct, 2019 05:39 PM

toll tax rules will change from december 1 these tags will be necessary

अकसर देखा गया है कि टोल प्लाजा पर टैक्स देने के लिए लोग लंबी लाइन में लगे रहते हैं। लेकिन 1 दिसंबर से यह नियम बदलने जा रहा है। दरअसल, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि 1 दिसंबर 2019 से टोल भुगतान केवल फास्टैग के जरिए...

बिजनेस डेस्कः अकसर देखा गया है कि टोल प्लाजा पर टैक्स देने के लिए लोग लंबी लाइन में लगे रहते हैं। लेकिन 1 दिसंबर से यह नियम बदलने जा रहा है। दरअसल, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि 1 दिसंबर 2019 से टोल भुगतान केवल फास्टैग के जरिए होगा। इस स्‍कीम के लागू होने के बाद पूरे देश में कोई भी वाहन बिना कैश में टोल दिए कहीं भी ट्रैवल कर सकेगा। हालांकि यात्रा करने वाले शख्‍स की कार पर फास्टैग लगा होना अनिवार्य है।

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गडकरी ने कहा, ''फास्टैग मंत्रालय की प्रमुख पहल है, जो कि वाहनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करेगी और बाधाओं को दूर करेगी। जीएसटी परिषद, जीएसटी ई-वे बिल प्रणाली के एकीकरण की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी चुकी है। इस संबंध में करार भी किया गया।'' इसके साथ ही गडकरी ने उम्‍मीद जताई कि इलेक्ट्रॉनिक पथ कर संग्रह कार्यक्रम जैसी पहलों से भारत का टोल कलेक्‍शन अगले 5 साल में बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपए सालाना हो सकता है।

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उन्‍होंने कहा, ''भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधीन कुल 1.4 लाख किलोमीटर राजमार्ग आता है, जिसमें से 24,996 किलोमीटर राजमार्ग टोल के दायरे में आता है।  साल के अंत में यह बढ़कर 27,000 किलोमीटर हो जाएगा।'' गडकरी ने आगे कहा, "अगर हमें यह राजस्व प्राप्त होता है तो हम बैंक से कर्ज ले सकते हैं और बाजार से अधिक धन जुटा सकते हैं, जिससे परियोजनाओं पर अधिक निवेश किया जा सकता है।" गडकरी ने कहा कि संसाधनों की कोई कमी नहीं है।

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फास्टैग कैसे करता है कार्य
इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम या फास्टैग स्कीम भारत में सबसे पहले साल 2014 में शुरू की गई थी, जिसे धीरे-धीरे पूरे देश के टोल प्लाजाओं पर लागू किया जा रहा है। फास्टैग की मदद से आप टोल प्लाजा में बिना रूके अपना टोल प्लाजा टैक्स दें सकेंगे कार की विंडस्क्रीन में फास्टैग लगाया जाता है और इसमें रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) लगा होता है। अब जैसे ही आपकी गाड़ी टोल प्लाजा के पास आ जाती है, तो टोल प्लाजा पर लगा सेंसर आपके वाहन के विंडस्क्रीन में लगे फास्टैग के संपर्क में आ जाता है और आपके फास्टैक अकाउंट से उस टोल प्लाजा पर लगने वाला शुल्क काट देता है और आप बिना वहां रूके अपना प्लाजा टैक्स  चुका देते हैं। आपकी गाड़ी में लगा ये फास्टैग, आपके प्रीपेड खाते के एक्टिवेट होते ही अपना काम शुरू कर देगा। इसके अलावा जब आपके फास्टैग अकांउट में पैसे खत्म हो जाएंगे, तो आपको उसे फिर से रिचार्ज करवाना पड़ेगा। फास्टैग की वैधता सिर्फ 5 साल के लिए होगी उसके बाद आपको फिर आपको एक नया फास्टैग अपनी गाड़ी पर लगवाना होगा।
 

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