गुजरात के हीरों पर ट्रेड वॉर की मार, 4 महीनों में गए 15% जॉब्स

Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Aug, 2019 03:19 PM

trade war hit gujarat diamonds 15 jobs lost in 4 months

चीन और पश्चिम एशियाई देशों में हीरे की मांग घटी है। इससे चालू वित्त वर्ष के शुरुआती चार महीनों में गुजरात के डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग कारोबार में 10-15 फीसदी नौकरियां खत्म हो गई हैं। मांग में सुस्ती से पिछले चार महीनों में पॉलिश्ड डायमंड

कोलकाताः चीन और पश्चिम एशियाई देशों में हीरे की मांग घटी है। इससे चालू वित्त वर्ष के शुरुआती चार महीनों में गुजरात के डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग कारोबार में 10-15 फीसदी नौकरियां खत्म हो गई हैं। मांग में सुस्ती से पिछले चार महीनों में पॉलिश्ड डायमंड का भाव 6-10 फीसदी गिरा है। इंडस्ट्री के मुताबिक फिलहाल मांग बढ़ने की कम संभावना है। 

जेम ऐंड जूलरी एक्सपोर्ट काउंसिल के वाइस-चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा, 'पहले से ही गुजरात के डायमंड हब में 10-15 फीसदी नौकरियां जा चुकी हैं। इसका असर राज्य के सूरत, अमरेली के छोटे केंद्रों और भावनगर में पड़ा है। वैश्विक मांग में सुस्ती के साथ नकदी की कमी से व्यापार प्रभावित हुआ है। अमेरिका और यूरोप से मांग में स्थिरता बनी हुई है लेकिन एक बड़े बाजार चीन से मांग में 15-20 फीसदी कमी आई है। गल्फ देशों से भी डायमंड की कुछ खास मांग नहीं आ रही है।' 

अमेरिका-चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध से भारतीय डायमंड कारोबार की चमक फीकी पड़ गई है। जुलाई में कट एंड पॉलिश्ड डायमंड का निर्यात पिछले साल की तुलना में 18.15 फीसदी कम रहा। चालू वित्त वर्ष के शुरुआती चार महीनों में निर्यात में 15.11 फीसदी कमी आई। इसी अवधि में जेम एंड ज्वैलरी के कुल निर्यात में 6.67 फीसदी गिरावट रही। सूरत डायमंड एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष बाबू गुजराती के मुताबिक, गुजरात में हीरों के कारोबार से 20 लाख लोगों को रोजगार मिलता है। इनमें से 8 लाख लोग रफ हीरे की कटिंग और पॉलिशिंग करते हैं। भारत दुनिया में रफ डायमंड की कटिंग और पॉलिशिंग का सबसे बड़ा केंद्र है। ऐसा भी कहा जाता है कि दुनिया के 15 में से 14 रफ डायमंड की पॉलिशिंग यहीं होती है। 

गुजराती का कहना है कि चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से ही व्यापार पर सुस्ती का असर पड़ रहा है। हीरे के कारोबारियों ने हालात से निपटने के लिए शिफ्ट घटाई हैं। इसके अलावा कई लोगों की नौकरियां भी चली गई हैं। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री धीरे-धीरे मौजूदा हालात से तालमेल बैठाने की कोशिश कर रही है। 

शाह का मानना है कि दिसंबर-जनवरी के बीच कुछ रिवाइवल हो सकता है। जुलाई 2019 में जेम एंड ज्वैवरी का ओवरऑल ग्रॉस एक्सपोर्ट 11.08 फीसदी गिरकर 18,633.10 करोड़ रुपए का हो गया, जो पिछले साल 20,955.10 करोड़ का था। वित्त वर्ष 2020 के शुरुआती चार महीनों यानी अप्रैल- जुलाई में जेम एंड ज्वैलरी का ओवरऑल ग्रोस एक्सपोर्ट भी 6.67 फीसदी गिरकर 84,272.30 करोड़ रुपए का हो गया। 
 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!