Edited By Supreet Kaur,Updated: 21 Sep, 2019 04:15 PM
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने शुक्रवार को आयोजित जीएसटी काउंसिल की बैठक के फैसलों का स्वागत किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद देते हुए .........
नई दिल्लीः कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने शुक्रवार को आयोजित जीएसटी काउंसिल की बैठक के फैसलों का स्वागत किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद देते हुए कैट ने कहा कि दो साल तक के लिए वार्षिक जीएसटी रिटर्न भरने से 2 करोड़ तक के सालाना टर्नओवर वाले व्यापारियों को छूट दिया जाना एक बड़ा कदम है।
लाखों व्यापारियों को होगा फायदा
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि यह निर्णय देश के छोटे व्यापारियों के प्रति सरकार के सकारात्मक दृष्टिकोण को परिलक्षित करता है। यह निर्णय पूरे देश के लगभग 50 लाख व्यापारियों को राहत देगा। हालांकि, खंडेलवाल ने कहा कि वार्षिक जीएसटी रिटर्न का फॉर्म बहुत जटिल है और इसे इस हद तक सरल बनाने की आवश्यकता है ताकि ग्रामीण क्षेत्र का एक साधारण व्यापारी भी समय पर रिटर्न दाखिल कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि होटलों के कमरों पर कर की दर को कम करना भी एक स्वागत योग्य कदम है। यह न केवल छोटे और बजट होटलों के लिए एक राहत भरा कदम साबित होगा बल्कि भारत को एक पर्यटन केंद्र बनाने में भी मदद करेगा।
कच्चे माल पर तैयार माल से ज्यादा कर ना लगे
खंडेलवाल ने कहा कि जीएसटी की कई अन्य प्रक्रियाओं को भी सरल बनाने और तर्कसंगत बनाने की आवश्यकता है जिसमें मासिक रिटर्न के बजाय तिमाही रिटर्न दाखिल करने जैसी आसान कर प्रणाली, रिटर्न को संशोधित करने का अधिकार देना आदि शामिल हैं। उन्होंने इस बात की पुरजोर वकालत की कि ऑटो स्पेयर पार्ट्स, एल्युमिनियम के बर्तनों और कई अन्य वस्तुओं पर कर की दर को नीचे लाया जाना चाहिए। कच्चे माल पर लगने वाला मूलभूत कर तैयार उत्पादों से अधिक नहीं होना चाहिए। यह सिद्धांत जीएसटी में लाया जाना जरूरी है।