Edited By ,Updated: 29 Oct, 2016 07:12 PM
दीपावली के कारण होने वाले यातायात जाम के कारण सिर्फ समय नहीं बल्कि धन की भी बर्बादी हुई है। देश के बड़े शहरों में हुए ट्रैफिक जाम के कारण लगभग 200 करोड़ रुपए के ईंधन का नुकसान हुआ है।
नई दिल्लीः दीपावली के कारण होने वाले यातायात जाम के कारण सिर्फ समय नहीं बल्कि धन की भी बर्बादी हुई है। देश के बड़े शहरों में हुए ट्रैफिक जाम के कारण लगभग 200 करोड़ रुपए के ईंधन का नुकसान हुआ है। उद्योग संगठन एसोचैम के सर्वेक्षण के मुताबिक स्थानीय प्रशासनों ने ट्रैफिक जाम से निजात पाने के लिए कई कदम उठाए। इसी के तहत कई जगह व्यस्त बाजारों में यातायात को प्रतिबंधित कर दिया लेकिन खरीदारी, दीवाली की बधाई देने या दिवाली के तोहफे का आदान-प्रदान करने वाले लोगों की वजह से यातायात ठहर सा गया।
अहमदाबाद, दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद, मुम्बई, पुणे और देश के अन्य बड़े शहरों में इस त्यौहारी सीजन में सफर में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हर जगह लोग ट्रैफिक जाम से त्रस्त रहे। संगठन के महासचिव डी एस रावत ने कहा, 'यहां तक कि जो लोग शायद ही कभी अपनी गाड़ी से रोज सफर करते हों, वे भी दीवाली की बधाई देने और तोहफे देने के लिए अपनी गाड़ी से दोस्तों और रिश्तेदारों के घर जाते हैं, जिससे सड़क पर इस दौरान कम से कम 25 प्रतिशत ट्रैफिक बढ़ जाता है।' उन्होंने कहा, 'इसके अलावा ट्रैफिक जाम की एक और वजह है कि रेहड़ी-पटरी वाले और दुकानदार दीवाली के दौरान तंबू लगाकर अपने सामान फुटपाथ और पार्किंग में भी बेचने लगते हैं, जिसके कारण वहां खरीदारों की भीड़ लग जाती है और वाहनों का आवागमन अवरुद्ध हो जाता है।'