Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Nov, 2017 02:51 PM
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) नेट निरपेक्षता के चर्चित मुद्दे पर कल अपनी सिफारिशें जारी करेगा। इस मुद्दे पर आपरेटरों तथा एप प्रदान करने वालों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कहा, ‘‘हम नेट निरपेक्षता पर...
नई दिल्लीः भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) नेट निरपेक्षता के चर्चित मुद्दे पर कल अपनी सिफारिशें जारी करेगा। इस मुद्दे पर आपरेटरों तथा एप प्रदान करने वालों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कहा, ‘‘हम नेट निरपेक्षता पर कल सिफारिशें जारी करेंगे।’’ वह यहां फोन कॉल और डेटा सेवा प्रदान करने के लिए इन-फ्लाइट कनेक्टविटी (आई.एफ.सी.) पर खुली चर्चा के मौके पर संवाददाताओं से अलग से बातचीत कर रहे थे।’’
उन्होंने कहा कि आईएफसी पर सिफारिशें दस दिन में जारी की जाएंगी। नेट निरपेक्षता के समर्थक इस सिद्धान्त का समर्थन कर रहे हैं कि समूचा इंटरनेट ट्रैफिक सभी के लिए समान शर्तों पर बिना किसी भेदभाव के उपलब्ध होना चाहिए। ट्राई की सिफारिशें ऐसे समय आ रही हैं जबकि नेट निरपेक्षता पर वैश्विक स्तर पर बहस छिड़ी हुई है। अमरीकी नियामक फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन ने हाल में कहा है कि उसकी योजना अमरीका में 2015 में अपनाए गए नेट निरपेक्षता नियमों को वापस लेने की है। ओवर द टॉप सेवा प्रदाता, जो कि इंटरनेट के जरिए कॉल और संदेश सेवा मसलन वाट्सऐप, स्काइप और वाइबर की पेशकश कर रहे हैं के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि नेट निरपेक्षता पर सिफारिशों से ओटीटी और वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वी.ओ.आई.पी.) खिलाडि़यों से जुड़े कुछ मुद्दों का जवाब मिल सकेगा।