Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Dec, 2020 01:56 PM
लॉजिस्टिक टेक स्टाटर्अप, व्हील्सआई टेक्नोलॉजी ने ट्रक मालिकों के साथ किए गए एक सर्वेक्षण के आधार पर कहा है कि टोल प्लाजा पर फास्टैग से गलत लेनदेन से ट्रक ऑपरेटरों को प्रतिदिन दो से तीन करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
नई दिल्लीः लॉजिस्टिक टेक स्टाटर्अप, व्हील्सआई टेक्नोलॉजी ने ट्रक मालिकों के साथ किए गए एक सर्वेक्षण के आधार पर कहा है कि टोल प्लाजा पर फास्टैग से गलत लेनदेन से ट्रक ऑपरेटरों को प्रतिदिन दो से तीन करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। कंपनी ने 5 लाख से अधिक फैस्टैग उपयोगकर्ताओं पर किए गए शोध के आधार पर यह दावा किया है। उसका दावा है कि हर चार फास्टैग लेनदेन में से एक गलत होता है, जिसके परिणामस्वरूप ट्रक मालिक हर दिन अपनी कड़ी मेहनत का कुछ हिस्सा खो देते हैं।
इस सर्वेक्षण ने स्टाटर्अप को फास्टैग से गलत या दोहरे टोल कटौतियों की स्वचालित पहचान प्रक्रिया और धनवापसी सुविधा विकसित करने के लिए प्रेरित किया। उसने आज यहां जारी बयान में कहा कि पहली बार लागू की जा रही इस सुविधा में एआई आधारित स्वचालित पहचान प्रक्रिया शामिल है और उन उपयोगकर्ताओं को स्वत: पैसा वापस कर दिया जाता है जिन पर अतिरिक्त शुल्क लगाया गया है। यह प्रणाली भारत के सभी फास्टैग आधारित टोल प्लाजाओं पर काम करती है। यह तकनीक नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और आईडीएफसी बैंक के साथ मिलकर विकसित की गई है।