Edited By Isha,Updated: 13 Nov, 2018 10:07 AM
सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक का शुद्ध घाटा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में तेजी से बढ़ता हुआ 1,136.44 करोड़ रुपये हो गया। बैंक की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) में वृद्धि से बैंक का घाटा बढ़ा है। पिछले साल की इसी तिमाही में बैंक
नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक का शुद्ध घाटा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में तेजी से बढ़ता हुआ 1,136.44 करोड़ रुपये हो गया। बैंक की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) में वृद्धि से बैंक का घाटा बढ़ा है। पिछले साल की इसी तिमाही में बैंक का शुद्ध घाटा 622.56 करोड़ रुपये था। इस साल की पहली तिमाही में बैंक का शुद्ध घाटा 633.88 करोड़ रुपये रहा था।
जुलाई से सितंबर 2018 की अवधि में बैंक की कुल आय घटकर 3,749.18 करोड़ रुपये रही जो कि एक साल पहले इसी तिमाही में 3,757.51 करोड़ रुपये रही थी। बैंक ने बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में यह कहा है। बैंक की संपत्ति गुणवत्ता इस दौरान बिगड़ी है। आलोच्य अवधि में बैंक का सकल एनपीए बढ़कर 25.37 प्रतिशत हो गया जो कि पिछले साल इसी अवधि में 19.74 प्रतिशत पर था।
शुद्ध एनपीए एक साल पहले जहां 9.98 प्रतिशत था वहीं इस साल दूसरी तिमाही में यह बढ़कर 11.97 प्रतिशत हो गया। एनपीए बढऩे की वजह से बैंक को इसके लिये दूसरी तिमाही में 1,410.94 करोड़ रुपये का प्रावधान करना पड़ा जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह प्रावधान 1,323.36 करोड़ रुपये रहा था।