Edited By Supreet Kaur,Updated: 18 Oct, 2018 11:38 AM
देश के 50 करोड़ मोबाइल यूजर्स का नंबर बंद होने की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इसमें बताया गया है कि जिन मोबाइल यूजर्स ने कनेक्शन लेने के दौरान आधार कार्ड के अलावा कोई और दूसरा पहचान पत्र नहीं दिया है, उनका सिम डिसकनेक्ट किया जा सकता...
नई दिल्लीः देश के 50 करोड़ मोबाइल यूजर्स का नंबर बंद होने की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इसमें बताया गया है कि जिन मोबाइल यूजर्स ने कनेक्शन लेने के दौरान आधार कार्ड के अलावा कोई और दूसरा पहचान पत्र नहीं दिया है, उनका सिम डिसकनेक्ट किया जा सकता है। हाल ही में दूरसंचार विभाग और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने मीडिया में चल रही एेसी खबरों को असत्य और काल्पनिक बताया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर
बता दें कि एेसी खबरें थीं कि आधार वेरिफिकेशन के जरिए लिए गए इन सिम कार्ड को अगर किसी दूसरे आइडेंटिफिकेशन प्रक्रिया का बैकअप नहीं मिला, तो ये डिसकनेक्ट हो जाएंगे। यानी मोबाइल यूजर्स ने टेलिकॉम कंपनियों को आधार के साथ अगर दूसरा कोई डॉक्युमेंट नहीं दिया है, तो उनका नंबर बंद हो सकता है।
टेलिकॉम सेक्रेटरी ने दिलाया भरोसा
खबरों के मुताबिक, कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने आधार मामले में सुनवाई करते हुए आदेश दिया था कि मोबाइल कंपनियां यूजर्स की पहचान के लिए आधार नंबर का इस्तेमाल नहीं कर सकतीं। यह भी कहा जा रहा है कि टेलिकॉम सेक्रेटरी अरुण सुंदरराजन ने इस मामले में सेवाप्रदाता कंपनियों के अधिकारियों से मुलाकात की और ऑथेंटिकेशन के किसी दूसरे तरीकों पर विचार किया। इस समस्या को लेकर टेलिकॉम विभाग भी यूआईडीएआई से बातचीत कर रहा है। सुंदरराजन ने बताया कि इस विषय को लेकर सरकार गंभीर है और इससे निकलने के लिए दूसरे विकल्पों पर चर्चा हो रही है।