Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 May, 2018 05:25 PM
ब्रिटेन के अधिकारियों ने आज कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका से जुड़े डाटा लीक मामले में उसकी जांच जारी रहेगी भले ही इस राजनीतिक सलाहकार फर्म ने अपना परिचालन बंद करने की घोषणा कर दी हो। सूचना आयुक्त कार्यालय (आईसीओ)
लंदनः ब्रिटेन के अधिकारियों ने आज कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका से जुड़े डाटा लीक मामले में उसकी जांच जारी रहेगी भले ही इस राजनीतिक सलाहकार फर्म ने अपना परिचालन बंद करने की घोषणा कर दी हो। सूचना आयुक्त कार्यालय (आईसीओ) की प्रवक्ता ने कहा है कि जांचकर्ता कंपनी के बंद होने के मामले के ब्यौरे की ‘गहराई से जांच’ करेंगे। वे उसकी किसी भी ‘उत्तराधिकारी कंपनी पर भी करीबी निगाह रखेंगे।’
प्रवक्ता ने कहा, ‘आईसीओ व्यक्तिगत जानकारी के इस्तेमाल की विस्तृत जांच के तहत एससीएल ग्रुप व कैंब्रिज एनालिटिका की जांच कर रहा है आईसीओ अपनी दीवानी व आपराधिक जांच जारी रखेगा।’ कैंब्रिज एनालिटिका पर आरोप है कि उसने फेसबुक के 8.7 करोड़ उपयोक्ताओं से जुड़ी निजी जानकारी गलत तरीके से हासिल की और उसका इस्तेमाल दुनिया भर में राजनीतिक अभियानों के लिए किया। कैंब्रिज एनालिटिका ने किसी भी तरह का गलत काम करने से इंकार किया है।
कंपनी ने कल कहा कि वह व उसकी पैतृक एससीएल ग्रुप अपना परिचालन बंद करेगी क्योंकि इस घोटाले के कारण उसे घाटा हो रहा है। इसका असर कंपनी की भारतीय इकाई पर भी पडऩे का अनुमान है जिसका मुख्यालय उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में है। मार्च में सोशल मीडिया पर जारी किए गए दस्तावेजों के अनुसार एससीएल इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय अहमदाबाद, बेंगलुरू, कटक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोलकाता, पटना व पुणे में है। कैंब्रिज एनालिटिका का कहना है कि नकारात्मक मीडिया कवरेज की वजह से उसके ग्राहक (क्लांइट) और आपूर्तिकर्ता नहीं बचे हैं और उसे भारी भरकम कानूनी फीस चुकानी पड़ रही है, जिसके चलते वह परिचालन बंद करने को मजबूर है।