Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Dec, 2019 11:42 AM
ब्रिटेन का हिंदुजा ग्रुप बंद हो चुकी जेट एयरवेज को खरीदने के लिए नीलामी में हिस्सा लेगा। समूह को संचालित करने वाले भाइयों गोपीचंद हिंदुजा और अशोक हिंदुजा ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। जेट से जुड़े सूत्रों ने हाल ही में इसकी पुष्टि की है।
नई दिल्लीः ब्रिटेन का हिंदुजा ग्रुप बंद हो चुकी जेट एयरवेज को खरीदने के लिए नीलामी में हिस्सा लेगा। समूह को संचालित करने वाले भाइयों गोपीचंद हिंदुजा और अशोक हिंदुजा ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। जेट से जुड़े सूत्रों ने हाल ही में इसकी पुष्टि की है। पहले, सिनर्जी ग्रुप ने इस एयरलाइंस को खरीदने की इच्छा जताई थी। नीलामी में शामिल होने के लिए 15 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन होना है। हिंदुजा बंधुओं ने इस साल की शुरुआत में एतिहाद के साथ साझेदारी में जेट एयरवेज के लिए बोली लगाने पर विचार किया था लेकिन एतिहाद ने इस प्रस्ताव को रद्द कर दिया था।
जेट एयरवेज पर इतना बकाया
जेट एयरवेज पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का 8230 करोड़ रुपए बकाया है। इसके साथ ही जेट एयरवेज को कर्मचारियों और अन्य लेनदारों को पैसों का भुगतान करना है। कर्मचारियों और अन्य लेनदारों ने एयरलाइंस पर 6,400 करोड़ रुपए बकाया होने का बात कही थी। इसमें 24 फीसदी हिस्सेदारी अबु धाबी की एतिहाद की थी।
इससे पहले हिंदुजा ब्रदर्स ने साल 2019 की शुरुआत में एतिहाद के साथ साझेदारी में जेट एयरवेज के लिए बोली लगाने पर विचार किया था। तब एतिहाद ने इस प्रस्ताव को रद्द कर दिया था। इसके बाद जेट एयरवेज दिवालिया हो गई थी।
अन्य कंपनियां भी नीलामी में हो सकती हैं शामिल
सूत्रों के अनुसार, हिंदुजा के अतिरिक्त अन्य कंपनियां भी बोली लगाने के लिए सामने आ सकती हैं। हिंदुजा समूह जेट की वैल्यू को लेकर होने वाली जटिलताओं से जूझ सकता है। इन जटिलताओं में हीथ्रो हवाईअड्डे को लेकर लैंडिंग अधिकार और कई अनावश्यक जगहों पर उड़ान स्लॉट की वैधता शामिल है।
28 जून से जेट एयरवेज के शेयर की ट्रेडिंग पर पाबंदी
इसके साथ ही आपको बता दें कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने जेट एयरवेज के शेयरों की ट्रेडिंग पर 28 जून से पाबंदी लगा दी थी। इस पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने कहा था कि कंपनी अपने बारे में विभिन्न अफवाहों का जवाब देने में नाकाम रही है। जेट का जवाब स्पष्ट और संतोषजनक नहीं था। यह फैसला एक्सचेंजों ने संयुक्त रूप से लिया है और यह 28 जून से प्रभावी हो गया है।