Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Jan, 2019 11:38 AM
वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि यदि मोदी सरकार 01 फरवरी को पूर्ण बजट पेश करती है तो यह असंवैधानिक होगा। सिन्हा ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यदि सरकार संसद के 31 जनवरी से 13 फरवरी तक
नई दिल्लीः वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि यदि मोदी सरकार 01 फरवरी को पूर्ण बजट पेश करती है तो यह असंवैधानिक होगा। सिन्हा ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यदि सरकार संसद के 31 जनवरी से 13 फरवरी तक होने वाले बजट सत्र में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करती है या वित्त विधेयक संसद में रखती है तो इससे लोकसभा चुनाव पर असर पड़ सकता है। पारंपरिक रूप से चुनावी वर्ष में कार्यकाल पूरा कर रही सरकार अंतरिम बजट पेश करती है जिसमें लेखानुदान माँगें होती हैं।
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा दिए जाने वाले आर्थिक आंकड़ों से विश्वास उठ गया है। सकल घरेलू उत्पाद के पुराने आंकड़ों में बदलाव पर एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा ‘‘यदि हम वास्तव में सबसे तेजी से बढऩे वाली अर्थव्यवस्था होते तो कृषि की स्थिति बदहाल नहीं होती, विकास रोजगार रहित नहीं होता। आंकड़ों को घुमाने-फिराने की जरूरत नहीं होती।’’ मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि इस समय सत्ता ‘‘एक व्यक्ति और एक कार्यालय’’ में केंद्रित है।
कांग्रेस की ओर से प्रियंका वाड्रा को सक्रिय राजनीति में उतारने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से वह उनका प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि श्रीमती वाड्रा का असर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर दिखने लगा है। भ्रष्टाचार के बारे में सिन्हा ने कहा ‘‘राफेल रक्षा सौदे को छोड़कर भ्रष्टाचार के कई मामले हैं जो सामने नहीं आए हैं। जितनी बड़ी संख्या में गलत काम करने वाले देश छोड़कर गए हैं वह अभूतपूर्व है।’’