Edited By rajesh kumar,Updated: 10 Aug, 2020 05:10 PM
कोरोना वायरस महामारी की मार दुनिया भर के लाखों लोंगों पर पड़ी है। महामारी के इस दौर में भारत में लाखों लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ी है। जिसके चलते भारत में बेरोजगारी की दर पांच सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी की मार दुनिया भर के लाखों लोंगों पर पड़ी है। महामारी के इस दौर में भारत में लाखों लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ी है। जिसके चलते भारत में बेरोजगारी की दर पांच सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो वहां भी हालत पतली है। धान की रोपाई का काम खत्म होने के साथ ही यहां बेरोजगारी दर आठ सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। 9 अगस्त तक भारत में बेरोजगारी दर 8.67 फीसदी तक पहुंच गई है। ग्रामीण भारत में यह दर 8.37 फीसदी रही।
भारत में बेरोजगारी को लेकर सीएमआईई (Centre of Monitoring Indian Economy- CMIE) ने अपने आंकड़े पेश किए हैं। जिनके मुताबिक, 02 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में भारत में बेरोजगारी की दर 7.19 फीसदी थी। एक महीने पहले 12 जुलाई को खत्म हुए सप्ताह में यह 7.43 फीसदी थी जो अब 8.67% पर पहुंच गया है। ग्रामीण भारत में पिछले सप्ताह के मुकाबले बेरोजगारी दर में 2 फीसद बढ़ोतरी हुई। दो अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में यह 6.47% थी जो अब बढ़कर 8.37 फीसदी हो गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों की बजाए शहरों में बढ़ी बेरोजगारी
CMIE के आंकड़ों की मानें तो देश में ग्रामीणों क्षेत्रों की वजाए शहरी क्षत्रों में बेरोजगारी अधिक बढ़ी है। कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में ढील देने के बाद शहरों में बेरोजगारी दर में कमी आई थी, लेकिन अब ट्रेंड बदलने लगा है और फिर से शहरी बेरोजगारी दर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस सप्ताह शहरी बेरोजगारी दर 9.31% तक पहुंच गई है जो पिछले सप्ताह 8.73% थी। जुलाई महीने में यह दर 9.15 फीसदी थी।
बेरोजगारी बढ़ने के कारण
विशेषज्ञों की मानें तो कृषि सेक्टर में काम की कमी और धान रोपाई सीजन खत्म होने के बाद प्रवासी मजदूर फिर से शहरों की तरफ लौटने को मजबूर हैं। परंतु अभी मैन्युफैक्चरिंग और टेक्सटाइल सेक्टर में चल रही मंदी ने बेरोजगारी की समस्या को बढ़ा दिया है। डिमांड कम होने के कारण उत्पादन में गिरावट आई है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कई राज्यों की सरकारों ने मिनी लॉकडाउन लगाए हैं। इन वजहों से भी इस सप्ताह बेरोजगारी दर में बढ़ोतरी हुई है।