Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Feb, 2021 02:11 PM
कोरोना काल में भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रहे हैं। साल 2021 तक देश में डिजिटल लेनदेन चार गुना तक बढ़ने की उम्मीद है। भारत में लोग डिजिटल लेनदेन के लिए यूनिफाइड पेमेंट्स
बिजनेस डेस्कः कोरोना काल में भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रहे हैं। साल 2021 तक देश में डिजिटल लेनदेन चार गुना तक बढ़ने की उम्मीद है। भारत में लोग डिजिटल लेनदेन के लिए यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का काफी इस्तेमाल करते हैं।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत के मुताबिक, जनवरी 2021 में यूपीआई (UPI) के जरिए रिकॉर्ड 230 करोड़ लेनदेन हुए हैं। इस दौरान कुल 4.3 लाख करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ। जनवरी 2020 के मुकाबले यूपीआई लेनदेन की संख्या में 76.5 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं अगर ट्रांजैक्शन वैल्यू की बात करें तो लेनदेन की राशि में 100 फीसदी का इजाफा हुआ है।
क्या है UPI?
यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस एक अंतर बैंक फंड ट्रांसफर की सुविधा है, जिसके जरिए स्मार्टफोन पर फोन नंबर और वर्चुअल आईडी की मदद से पेमेंट की जा सकती है। यह इंटरनेट बैंक फंड ट्रांसफर के मकैनिज्म पर आधारित है। एनपीसीआई के द्वारा इस सिस्टम को कंट्रोल किया जाता है। यूजर्स यूपीआई से चंद मिनटों में ही घर बैठे ही पेमेंट के साथ मनी ट्रांसफर करते हैं।