Edited By Supreet Kaur,Updated: 26 Apr, 2018 04:55 PM
एच-1 बी वीजा धारकों के जीवनसाथी को अमेरिका में काम करने से रोकने के निर्णय पर निराशा जाहिर करते हुए भारत ने आज उम्मीद जाहिर की कि ट्रंप प्रशासन इस मुद्दे पर पुर्निवचार करेगा। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने अमेरिकी चैंबर ऑफ...
नई दिल्लीः एच-1 बी वीजा धारकों के जीवनसाथी को अमेरिका में काम करने से रोकने के निर्णय पर निराशा जाहिर करते हुए भारत ने आज उम्मीद जाहिर की कि ट्रंप प्रशासन इस मुद्दे पर पुर्निवचार करेगा। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘वीजाओं पर चुनिंदा रोक लगाने का अमेरिकी निर्णय निराशाजनक है और हमें उम्मीद है कि अमेरिका इसमें सुधार करेगा।’’
प्रभु ने कहा कि भारत ने पहले ही अमेरिका को अपनी आपत्तियों से अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस वास्तविकता को सामने लाना होगा कि अमेरिका में भारतीय कंपनियां वहां की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि आईटी पेशेवर वहां अर्थव्यवस्था में उत्पादकता बढ़ाते हैं तथा सेवाओं में सुधार करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगता है कि अमेरिका को भारत की आपत्तियों को समझना चाहिए।’’ प्रभु ने कहा, व्यापार के मुद्दे पर भी भारत ने अमेरिका को अपनी चिंताएं बता दी हैं। उन्होंने कहा कि भारत को मालवाहक तथा यात्री विमानों की जरूरत होगी और अमेरिका इसका फायदा उठा सकता है।