Edited By Pardeep,Updated: 13 Jul, 2018 05:09 AM
अमरीका की ओर से ईरान पर फिर से लगाए गए प्रतिबंधों का असर भारत में भी दिखना शुरू हो गया है। ईरान की ओर से भारत को किया जाने वाला क्रूड (कच्चा तेल) एक्सपोर्ट अब अपनी गिरावट पर है।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अकेले जून में ही मई के मुकाबले भारत ने ईरान...
नई दिल्ली: अमरीका की ओर से ईरान पर फिर से लगाए गए प्रतिबंधों का असर भारत में भी दिखना शुरू हो गया है। ईरान की ओर से भारत को किया जाने वाला क्रूड (कच्चा तेल) एक्सपोर्ट अब अपनी गिरावट पर है।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अकेले जून में ही मई के मुकाबले भारत ने ईरान से 16 प्रतिशत कम क्रूड इम्पोर्ट किया। बता दें कि मई में ही ट्रंप प्रशासन ने अपने वायदे का पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए ईरान के साथ 2015 में हुई परमाणु डील तोड़ दी थी। इसके बाद माना जा रहा था कि ईरान का क्रूड इम्पोर्ट तेजी के साथ गिरेगा।
इस मामले में जो सबसे बड़ी डिवैल्पमैंट देखने को मिली है, वह यह है कि ईरान पर प्रतिबंध लगाने का सबसे ज्यादा फायदा भी अमरीका को हो रहा है। सीधी भाषा में कहें तो इस प्रतिबंध से अमरीका खुद अपनी झोली भर रहा है। कभी दुनिया में सबसे ज्यादा क्रूड खरीदने वाला अमरीका अब दुनिया का बड़ा क्रूड एक्सपोर्टर हो चुका है। अप्रैल तक वह रोजाना 17.6 लाख बैरल क्रूड दुनिया के अलग-अलग देशों को बेच रहा था।
भारत आएंगे ट्रंप के अधिकारी
ट्रंप प्रशासन भारत में अपने अधिकारी भेजने की योजना बना रहा है। ये अधिकारी भारत में ईरानी प्रतिबंध के साथ ऑयल से जुड़े मसले पर बातचीत करेंगे। अमरीका विदेश विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे ईरान से तेल खरीदने वाले सभी देशों के साथ मिलकर इस साल 4 नवम्बर तक ईरानी क्रूड एक्सपोर्ट को जीरो करना चाहते हैं। हालांकि जिस तरह से अमरीका ने अपना फोकस क्रूड एक्सपोर्ट पर बढ़ाया है, उससे साफ है कि वह ईरान पर प्रतिबंध लगाकार अपने एक्सपोर्ट को और बढ़ाना चाहता है।