Edited By rajesh kumar,Updated: 10 Oct, 2020 04:32 PM
वेदांता लि. भारतीय शेयर बाजारों से अपनी सूचीबद्धता समाप्त करने के करीब पहुंच गई है। प्रवर्तकों को पुनर्खरीद कार्यक्रम के अंतिम दिन कुल मिलाकर 137.74 करोड़ शेयर की पेशकश मिली है।
नई दिल्ली: वेदांता लि. भारतीय शेयर बाजारों से अपनी सूचीबद्धता समाप्त करने के करीब पहुंच गई है। प्रवर्तकों को पुनर्खरीद कार्यक्रम के अंतिम दिन कुल मिलाकर 137.74 करोड़ शेयर की पेशकश मिली है।
उद्योगपति अनिल अग्रवाल की कंपनी की सूचीबद्धता समाप्त करने को लेकर सार्वजनिक शेयरधारकों के पास मौजूद कुल 169.73 करोड़ शेयरों में से 134 करोड़ शेयर की पेशकश होना जरूरी था। लेकिन जो पेशकश आई है, वह इस संख्या से अधिक है।
कंपनी करेगी पुनर्खरीद कीमत की घोषणा
शेयर बाजारों में उपलब्ध आंकड़े के अनुसार 137.74 करोड़ शेयरों को कंपनी के सुपुर्द करने के लिये न्यूनतम 87.25 रुपये प्रति शेयर की बोली मिली है। सर्वाधिक 21.51 करोड़ शेयर की पेशकश 160 रुपये प्रति शेयर, 18.9 करोड़ शेयर 145 रुपये और अन्य 10.87 करोड़ शेयर की पेशकश 153 रुपये प्रति इक्विटी पर की गई। कंपनी को अब शेयरों को स्वीकार करना है इसके साथ ही पुनर्खरीद कीमत की घोषणा करनी है।
हस्सेदारी वापस खरीदना चाह रहे प्रवर्तक
वेदांता के प्रवर्तक कंपनी की सूचीबद्धता समाप्त करने को लेकर 169.73 करोड़ शेयर यानी 47.67 प्रतिशत हस्सेदारी वापस खरीदना चाह रहे हैं। ये हिस्सेदारी आम शेयरधारकों के पास है। रिवर्स बुक बिल्डिंग प्रक्रिया पांच अक्टूबर को शुरू हुई। पेशकश अवधि शुक्रवार को समाप्त हो गयी।
कंपनी ने जुटाए 24,000 करोड़ रुपए
वेदांता का शेयर बीएसई में शुक्रवार को 3.83 प्रतिशत की बढ़त के साथ 122.10 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी के प्रवर्तकों ने शेयरों की सूचीबद्धता समाप्त करने के लिये 3.15 अरब डालर यानी करीब 24,000 करोड़ रुपये जुटाये हैं। इस वित्तपोषण के साथ कंपनी 140- 145 रुपये प्रति शेयर के भाव पर पुनर्खदीर कर सकती है।