Edited By Supreet Kaur,Updated: 24 Aug, 2018 04:51 PM
धातु एवं खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांता लिमिटेड अगले तीन साल में आठ अरब डॉलर (करीब 56,000 करोड़ रुपए) का निवेश करेगी। इसका उपयोग वह अपने विभिन्न कारोबारों के माध्यम से विविध परियोजनाओं में करेगी। कंपनी की सालाना आम बैठक में चेयरमैन नवीन...
नई दिल्लीः धातु एवं खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांता लिमिटेड अगले तीन साल में आठ अरब डॉलर (करीब 56,000 करोड़ रुपए) का निवेश करेगी। इसका उपयोग वह अपने विभिन्न कारोबारों के माध्यम से विविध परियोजनाओं में करेगी। कंपनी की सालाना आम बैठक में चेयरमैन नवीन अग्रवाल ने यह घोषणा की और कहा कि अभी यहां वृद्धि की बहुत संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े तेल उत्पादक के तौर पर हमारी कंपनी घरेलू उत्पादन में 27 फीसदी का योगदान करती है। हमारी योजना इसे बढ़ाकर 50 फीसदी करने की है। इसके लिए हम अगले दो से तीन साल में तीन से चार अरब डॉलर का निवेश करेंगे। इसके अलावा कई अन्य वृद्धि परियोजनाएं भी हैं।’’ अग्रवाल ने बताया कि इस साल वेदांता ने जस्ता, सीसा, चांदी और एल्युमीनियम का रिकॉर्ड उत्पादन किया है। कंपनी अगले दो-तीन साल में इन कारोबारों में भी तीन से चार अरब डॉलर का निवेश करेगी। हाल में तमिलनाडु में कंपनी के तूतीकोरन स्थित संयंत्र के पास लोगों के विरोध प्रदर्शन पर पुलिस की गोलीबारी में 13 लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद राज्य सरकार ने संयंत्र को स्थायी तौर पर बंद कर दिया। अग्रवाल ने इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों की मौत पर दु:ख जताते हुए कहा कि कंपनी प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद मुहैया करा रही है।
पिछले वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनी की आय 22 फीसदी बढ़कर 92,900 करोड़ रुपए रही। कंपनी का परिचालन लाभ भी 19 फीसदी बढ़कर 25,500 करोड़ रुपए रहा। कंपनी का शुद्ध लाभ 10 फीसदी बढ़कर 8,200 करोड़ रुपए दर्ज किया गया। अग्रवाल ने बताया कि कंपनी इलेक्ट्रोस्टील स्टील्स का भी विस्तार करेगी। इसकी सालाना क्षमता 15 लाख टन से बढ़ाकर 25 लाख टन किया जाएगा। इस पर कंपनी करीब 30 से 40 करोड़ डॉलर का पूंजीगत निवेश करेगी।