Edited By ,Updated: 12 Apr, 2017 11:12 AM
नकदी से भरी केयर्न इंडिया का कर्ज बोझ तले वेदांता लि. में विलय पूरा हो गया है।......
नई दिल्ली: नकदी से भरी केयर्न इंडिया का कर्ज बोझ तले दबी वेदांता लिमिटेड में विलय पूरा हो गया है। दोनों कंपनियों ने आज इसकी घोषणा करते हुए कहा कि विलय से वेदांता की दुनिया की विभिन्न प्राकृतिक संसाधनों वाली सबसे बड़ी कंपनी के रूप में स्थिति मजबूत होगी।
दोनों कंपनियों ने जून 2016 में विलय योजना की घोषणा की थी। केयर्न इंडिया के पास अच्छी-खासी नकदी है जबकि वेदांता के उपर काफी कर्ज है। ऐसे में इस विलय से वेदांता को केयर्न इंडिया की नकद राशि मिलेगी जिससे उसे कर्ज कम करने में मदद मिलेगी।