Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Apr, 2018 05:55 PM
फेसबुक के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग को वियतनाम के 50 प्रदर्शनकरियों के समूह तथा मानवाधिकार संगठनों ने एक खुला पत्र लिख कर कहा है कि हो सकता है कि उनकी कंपनी ऑनलाइन उठने वाले मतभेद के
नई दिल्लीः फेसबुक के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग को वियतनाम के 50 प्रदर्शनकरियों के समूह तथा मानवाधिकार संगठनों ने एक खुला पत्र लिख कर कहा है कि हो सकता है कि उनकी कंपनी ऑनलाइन उठने वाले मतभेद के स्वर को दबाने के लिए कम्युनिस्ट अधिकारियों के साथ साठ-गांठ कर रही हो।
फेसबुक का इस्तेमाल करने वालों में वियतनाम का स्थान 10वां है और यह साइट विद्राहियों के बीच बेहद लोकप्रिय है। एकदलीय व्यवस्था वाले इस देश में स्वतंत्र मीडिया पर प्रतिबंध है तथा ब्लॉग साइटों को नियमित रूप से हटाया जाता है।
विश्व के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के प्रमुख को लिखे पत्र में 50 संगठनों, प्रदर्शनकारियों तथा ब्लॉगर्स ने हस्ताक्षर किए हैं। पत्र में उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष से उन्होंने ‘‘अकाउंट समाप्त करने तथा विषयवस्तु हटाने’’ का चलन देखा है। वियतनाम की सरकार ने अप्रैल 2017 में कहा था कि फेसबुक स्थानीय कानून का उल्लंघन करने वाले ‘‘खराब तथा द्वेषपूर्ण’’ विषय वस्तु हटाने के लिए सहमत हो गया है। हालांकि, सरकार ने इस बारे में विस्तार पूर्वक नहीं बताया था।
कल देर रात प्रकाशित पत्र में कहा गया है, ‘‘ऑनलाइन अभिव्यक्ति को दबने तथा प्रदर्शनकारियों को जेल में डालने के लिए पहचाने जाने वाली सरकार के साथ सहयोग के हाई प्रोफाइल समझौते के बाद अकाउंट बंद करने तथा विषयवस्तु हटाने की समस्या और बढ़ गई है। इसमें कहा गया, ‘‘हम आपसे आपकी कंपनी की दमनकारी नीतियों पर दोबारा विचार करने का आग्रह करते हैं जो वियतनाम में मानवाधिकार कार्यकर्ता तथा नागरिक पत्रकारों की आवाज को दबा सकती है।’’