Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Jul, 2018 06:12 PM
देश के 9000 करोड़ रूपए लेकर विदेश भाग जाने वाले उद्योगपति विजय माल्या के खिलाफ भारत सरकार का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। भारत सरकार लम्बे समय से विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए कोशिश कर रही हैं
नई दिल्ली: देश के 9000 करोड़ रूपए लेकर विदेश भाग जाने वाले उद्योगपति विजय माल्या के खिलाफ भारत सरकार का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। भारत सरकार लम्बे समय से विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए कोशिश कर रही हैं, अब जल्द ही सरकार की कोशिशें रंग लाने वाली हैं। मंगलवार को विजय माल्या के मामले में लंदन कोर्ट में अंतिम सुनवाई होगी और इसके बाद इस मामले में किसी भी क्षण अंतिम फैसला आ सकता है।
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भारतीय सीबीआई और ईडी की टीम मंगलवार को होने वाली सुनवाई के लिए लंदन पहुंच चुकी हैं, हालांकि इस फैसले के खिलाफ दोनों पक्षों को लंदन सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की आज़ादी होगी। सूत्रों के मुताबिक क्राउन प्रॉसीक्यूशन ने मामले से संबंधित सभी ओरिजनल दस्तावेज भी अधिकारियो से मांगे हैं जिनमें सीबीआई के गवाहों के वो बयान भी शामिल हैं जिस पर शुरूआती दौर में माल्या के वकीलो और कोर्ट दोनों को आपत्ति थी।
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बताया जा रहा है कि मंगलवार की सुनवाई ख़त्म होने के बाद ये न्यायाधीश पर निर्भर करेगी कि वे तत्काल फैसला सुनाते हैं या फिर फैसले के लिए अगली तारीख देते हैं। जज कभी भी फैसला करें लेकिन एक बात तो तय है कि आने वाला समय विजय माल्या के लिए मुश्किलों से भरा हुआ रहेगा।