Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Jul, 2018 05:47 PM
देश की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनी वोडाफोन की आय चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही 22.3 फीसदी घटकर 95.9 करोड़ यूरो (लगभग 7708.20 करोड़ रुपए) रही।
मुंबईः देश की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनी वोडाफोन की आय चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही 22.3 फीसदी घटकर 95.9 करोड़ यूरो (लगभग 7708.20 करोड़ रुपए) रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी की आय 1.39 अरब यूरो (लगभग 111.48 अरब रुपए) थी।
कंपनी ने इसकी प्रमुख वजह बाजार में जियो से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा और एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर कॉल जुडऩे की दर में कमी आना बताया है। यह दर अब 6 पैसा प्रति मिनट रह गई है जो पहले 14 पैसे प्रति मिनट थी। कंपनी ने कहा कि कॉल जुडऩे के दरों के प्रभाव को अलग करके देखा जाए तो समीक्षा अवधि में उसकी आय में 9.6 फीसदी की कटौती हुई है। पिछली जनवरी-मार्च तिमाही की तुलना में यह 0.2 फीसदी घटी है।
हालांकि कंपनी के आइडिया सेल्युलर के साथ विलय को दूरसंचार विभाग की मंजूरी मिल गई है और कंपनी को इसे अगस्त तक पूरा कर लेने का भरोसा है। कंपनी ने बताया कि असीमित प्लान की वजह से लोगों के बीच एक ही सिम रखने का चलन बढ़ा है। इससे समीक्षावधि में ग्राहकों की संख्या 30 लाख तक घटकर 21.97 करोड़ रुपए रह गई है।
कंपनी ने कहा कि उसके 29 फीसदी प्रीपेड ग्राहकों ने असीमित प्लान लिए हैं। कंपनी के 7.7 करोड़ ग्राहक डाटा का उपयोग करते हैं जिसमें से 2.09 करोड़ 4जी सेवा का उपयोग करते हैं। आइडिया के साथ विलय पर कंपनी ने कहा कि आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ने 0.5 अरब यूरो का भुगतान स्पेक्ट्रम शुल्क के रूप में किया है, साथ बैंक गारंटी भी उपलब्ध कराई है ताकि कुछ विवादास्पद मांगों को इसके तहत लाया जा सके। हालांकि इन पर अभी अदालत में मामला चल रहा है। समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विटोरियो कोलाओ ने कहा कि भारतीय बाजार में हमें कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा आइडिया के साथ विलय को दूरसंचार विभाग से मंजूरी मिल गई है। इसके अगस्त के अंत तक पूरा कर लिए जाने की संभावना है।