Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Jun, 2020 10:29 AM
कोविड-19 संकट को देखते हुए रेरा के तहत डेवलपर्स को परियोजनाएं पूरी करने की अवधि में छह महीने की राहत देने के सरकार के फैसले से देशभर में करीब 4.66 लाख मकानों की डिलीवरी
नई दिल्लीः कोविड-19 संकट को देखते हुए रेरा के तहत डेवलपर्स को परियोजनाएं पूरी करने की अवधि में छह महीने की राहत देने के सरकार के फैसले से देशभर में करीब 4.66 लाख मकानों की डिलीवरी 2020 के दौरान हो पाना संभव नहीं है। अकेले एनसीआर में एक लाख मकान खरीदारों का इंतजार बढ़ जाएगा।
संपत्ति सलाहकार कंपनी एनारॉक की मंगलवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 4.66 लाख मकानों की डिलीवरी इसी साल होनी थी। इसमें आगे कहा गया है कि एनसीआर के अलावा मुंबई और बंगलूरू में भी एक-एक लाख मकानों की डिलीवरी में देरी हो सकती है। वहीं, पुणे में 68,800, कोलकाता में 33,850, हैदराबाद में 30,500 और चेन्नई में 24,650 खरीदारों का मकान के लिए इंतजार बढ़ सकता है।
एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी का कहना है कि लॉकडाउन के कारण पिछले कुछ महीनों के दौरान रियल एस्टेट क्षेत्र में निर्माण गतिविधियां लगभग शून्य रहीं। इस कारण सभी परियोजनाओं के पूरी होने की समय-सीमा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा, शीर्ष शहरों में श्रमिकों की कमी सहित कई चुनौतियों का समाधान करने के लिए सरकार को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए।