Edited By Supreet Kaur,Updated: 14 Jun, 2018 01:49 PM
बारिश के दिनों में अक्सर हमें कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है। सड़कों, रेल लाइनों में पानी भरने से कई बार ट्रेनों को रद्द या फिर समय में तब्दीली कर दी जाती है जिससे न तो हम एक जगह से दूसरी जगह जा पाते हैं और न ही दफ्तर समय पर पहुंच पाते हैं। लेकिन...
बिजनेस डेस्कः बारिश के दिनों में अक्सर हमें कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है। सड़कों, रेल लाइनों में पानी भरने से कई बार ट्रेनों को रद्द या फिर समय में तब्दीली कर दी जाती है जिससे न तो हम एक जगह से दूसरी जगह जा पाते हैं और न ही दफ्तर समय पर पहुंच पाते हैं। लेकिन अब बारिश के मौसम में आपको इन परेशानियों का सामना नहीं करना पडे़गा। सेंट्रल रेलवे ने एक एेसा वाटरप्रूफ इंजन शुरु करने का फैसला किया है जो 12 इंच यानी 1 फीट पानी में भी चलने में सक्षम होगा।
ट्रैक पर उतरने को तैयार इंजन
सेंट्रल रेलवे के मुख्य पीआरओ सुनील उदासी ने कहा, ‘पिछले कुछ वर्ष से भारी बारिश के कारण ट्रेन सेवाओं पर असर पड़ रहा है, इसलिए हमने एक आधुनिक लोकोमोटिव इंजन विकसित किया है, जो भारी बारिश में भी फंसे हुए डब्बों को खींच सकेगा। उन्होंने बताया कि इस इंजन को कुर्ला कारसेड में तैयार किया है। यह ट्रैक पर उतरने को तैयार है और आवश्यकता पड़ने पर कभी भी सेवा में लगाया जा सकता है।
कैसे करेगा काम
पिछले साल का उदाहरण देते हुए उदासी ने बताया कि पिछले साल 25 इंजनों के ट्रैक्शन मोटर में पानी घुसने की वजह गाड़ियां जहां-तहां खड़ी हो गईं। ट्रैक पर 4 इंज से अधिक पानी भर जाने पर इंजन के नीचे लगे ट्रैक्शन मोटर में पानी घुस जाता है और इससे इंजन फेल हो जाता है। नए इंजन में ट्रैक्शन मोटर को पूरी तरह सील कर दिया गया है, जो पानी को अंदर जाने से रोकेगा।