Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Oct, 2018 12:06 PM
महज 25 सत्रों में सेंसेक्स 4,600 अंक से ज्यादा टूट चुका है। बाजार की यह स्थिति किसी आपदा से कम नहीं है। एक विश्लेषक के अनुसार, बाजार में अभी और गिरावट आने वाली है।
नई दिल्ली: महज 25 सत्रों में सेंसेक्स 4,600 अंक से ज्यादा टूट चुका है। बाजार की यह स्थिति किसी आपदा से कम नहीं है। एक विश्लेषक के अनुसार, बाजार में अभी और गिरावट आने वाली है। दलाल पथ पर अभी असली 'तूफान' आना बाकी है। यह तूफान 6 सप्ताह में दस्तक देगा।
मौजूदा समय में शेयर बाजार बहुत ज्यादा संवेदनशील हैं। छोटी से बात का भी बाजार पर बड़ा असर होगा। कमजोर अर्थव्यवस्था, विदेशी निवेशकों की बिकवाली, कच्चे तेल की कीमतों में उबाल, रुपए की सुस्ती और कुछ कंपनियों से जुड़े मसलों ने बाजार की स्थिति बदतर कर दी है।
आने वाले दिनों में कई बातें बाजार पर दबाव बढ़ा सकती हैं। अमेरिका द्वारा ईरान पर प्रतिबंध पहली वजह है। अमेरिका के मध्यावधि चुनाव दूसरी और भारत के घरेलू चुनाव तीसरी बड़ी वजह हैं।
निवेशकों का इम्तिहान
विदेशी निवेशक तेजी से भारतीय बाजार से कन्नी काट रहे हैं। इस साल वे अभी तक 17,664 करोड़ रुपए की निकासी कर चुके हैं, जो साल 2008 के 52,987 करोड़ रुपए की निकासी के बाद सबसे खराब प्रदर्शन है। बीते तीन सत्रों में विदेशी निवेशकों ने 1,500-1,600 करोड़ रुपए के शेयर बेचे हैं। इस तरह की बिकवाली से बाजार और लुढ़क सकता है। विदेशी निवेशकों ने बीएसई 200 इंडेक्स के शेयरों में करीब 408 अरब डॉलर का निवेश किया हुआ है।