भारत चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए तैयार, संपत्ति वितरण के लिए संपत्ति सृजन जरूरी: अंबानी

Edited By ,Updated: 18 Jan, 2017 02:28 PM

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वैश्वीकरण का लाभ केवल दुनिया के धनी लोगों को ही मिलने को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच भारत के सबसे धनी उद्योगपति मुकेश अंबानी ने खुली बाजार अर्थव्यवस्था का पक्ष लिया

दावोस: वैश्वीकरण का लाभ केवल दुनिया के धनी लोगों को ही मिलने को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच भारत के सबसे धनी उद्योगपति मुकेश अंबानी ने खुली बाजार अर्थव्यवस्था का पक्ष लिया और कहा कि संपत्ति सृजन को रोका नहीं जाना चाहिए क्योंकि समाज में संपत्ति वितरण के लिए संपत्ति सृजन जरूरी है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति और औद्योगिक नवप्रवर्तन के लिए तैयार है। खासतौर से एेसे समय में, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे मजबूत नेता भारत का नेतृत्व कर रहे हैं। हाल ही में नोटबंदी के कदम से यह साबित हो गया है और इस दौरान डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिला है।

भारतीयों ने अपनाया नोटबंदी को
विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यू.ई.एफ.) की सालाना बैठक में यहां एक सत्र में भाग लेते हुए मुकेश अंबानी ने यह बात कही। इस अवसर पर उनके साथ इन्फोसिस के प्रमुख विशाल सिक्का भी मंच पर थे। सिक्का ने भी कहा कि नोटबंदी ने दुनिया को यह बता दिया है कि भारतीय नई प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए तैयार हैं। सिक्का से जब यह पूछा गया कि नई प्रौद्योगिकी को अपनाने से भारत में क्या सामाजिक स्तर पर गड़बड़ी का जोखिम है? इसके जवाब में सिक्का ने कहा कि भारत एक युवा देश है जो कि प्रौद्योगिकी के लिहाज से काफी आगे है इसलिए इसमें व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी का उदाहरण आपके सामने है। इससे पता चलता है कि भारतीय नई चीजों को अपना सकते हैं।

संपत्ति के सृजन में न पैदा हो रुकावट  
मुकेश अंबानी ने इसी तरह के एक सवाल के जवाब में कहा कि हमें यह देखने की जरूरत है कि मानवता किस तरह बढ़ रही है और समाज किस प्रकार प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में इस समय हमें काफी मजबूत नेतृत्व मिला हुआ है। हम एक युवा देश हैं और शिक्षा को खुद में बदलाव लाने की जरूरत है, जिसके लिए प्रौद्योगिकी सबसे बेहतर रास्ता है।’’ उन्होंने कहा,‘‘इस सब के लिए आपको एक आधार की जरूरत है, आपको एक देश और एक समाज की जरूरत है जो कि प्रौद्योगिकी को अपनाए। प्रौद्योगिकी के सभी हिस्से खासतौर से चौथी औद्योगिक क्रांति की प्रौद्योगिकी, सभी इसमें शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि संपत्ति का वितरण कोई बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन इससे पहले यह जरूरी है कि संपत्ति का सृजन किया जाए। इसलिए आपको संपत्ति के सृजन में रुकावट पैदा नहीं करनी चाहिए।

नोटबंदी को भविश्य के लिए बेहतर बताया
अंबानी के अनुसार नोटबंदी और डिजिटल अर्थव्यवस्था की तरफ पहल देश में बदलाव ला सकते हैं। इसके साथ ही प्रौद्योगिकी को अपनाना इसमें काफी मदद कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 90 दिनों में डिजिटल नकदी और कम नकदी की तरफ काफी पहल हुई है और लोगों ने इसका समर्थन किया है, उनका मानना है कि यह उनके भविष्य के लिए अच्छा है।’’ अंबानी से जब सीधे यह सवाल पूछा गया कि वैश्वीकरण से क्या जनसंख्या में शीर्ष पर बैठे एक प्रतिशत को ही फायदा हुआ है, जवाब में उन्होंने कहा कि अवसर सभी को समान रुप से मिले हैं।  

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