Edited By ,Updated: 15 Apr, 2017 04:50 PM
जी.एस.टी. लागू होने के बाद पूरे देश में एक समान कीमत पर सोने के गहने मिलेंगे और गहने पर टैक्स की दर 3-4 फीसदी के बीच रह सेकगी।....
नई दिल्ली: जी.एस.टी. लागू होने के बाद पूरे देश में एक समान कीमत पर सोने के गहने मिलेंगे और गहने पर टैक्स की दर 3-4 फीसदी के बीच रह सेकगी यानी सोने के गहने के लिए अलग टैक्स स्लैब रखा जाएगा। बड़ी मात्रा में सोने के गहने खरीदने वाले अक्सर ये हिसाब लगाते हैं कि खरीदारी कहां से की जाए और कहां ये सस्ता होगा, लेकिन पहली जुलाई के बाद यानी जी.एस.टी. लागू होने के साथ ही कम से कम इस झंझट से छुटकारा मिल जाएगा क्योंकि इसके तहत सभी राज्यों में सोने के गहने पर एक समान ड्यूटी लगेगी।
एक समान टैक्स के साथ एक ही दर
दरअसल अभी सोने के गहने पर केंद्र सरकार 1 फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाती है जो पूरे देश में एक समान होता है, लेकिन हर राज्य सरकार अलग-अलग वैट लगाती है। मसलन दिल्ली में 1 फीसदी, तो केरल में 5 फीसदी, महाराष्ट्र में 1.2 फीसदी। ऐसे में हर राज्य में ज्वैलरी के दाम अलग-अलग हो जाते हैं। जी.एस.टी. के तहत एक समान टैक्स तो लगेगा ही लेकिन सबसे अहम बात ये है कि ये दर 3-4 फीसदी के बीच हो सकती है। मान लीजिए कि ये 3 फीसदी होगा तो दिल्ली में ज्वैलरी 1 फीसदी महंगी हो जाएगी जबकि केरल में 2 फीसदी सस्ती हो जाएगी।
अलग से टैक्स स्लैब की होगी व्यवस्था
जी.एस.टी. के तहत सोने के गहने पर टैक्स की दर क्या हो इसे लेकर ना सिर्फ इंडस्ट्री के बीच मतभेद है बल्कि राज्य सरकारों के बीच भी मतभेद है, हालांकि अंतिम फैसला जी.एस.टी. काउंसिल को लेना है लेकिन इतना तय है कि जी.एस.टी. के तहत सोने के गहने के लिए अलग से टैक्स स्लैब की व्यवस्था होगी। हालांकि एक विकल्प ये भी है कि इंपोर्ट ड्यूटी 10 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया जाए और इसके अनुपात में जी.एस.टी. रेट बढ़ा दिया जाए। दूसरी दलील ये है कि 12 फीसदी रेट तय किया जाए क्योंकि जी.एस.टी. लागू होने के बाद इनपुट टैक्स क्रेडिट मिलना शुरू हो जाएगा इसलिए कंज्यूमर पर बोझ नहीं पड़ेगा।