Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Sep, 2018 11:44 AM
आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) को लागू करने वाली शीर्ष संस्था नेशनल हेल्थ एजेंसी ने वेबसाइट और हेल्पलाइन लॉन्च कर दी है। इसकी मदद से आप यह जान सकते हैं कि आपका नाम लाभार्थियों की सूची में है या नहीं।
नई दिल्लीः आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) को लागू करने वाली शीर्ष संस्था नेशनल हेल्थ एजेंसी ने वेबसाइट और हेल्पलाइन लॉन्च कर दी है। इसकी मदद से आप यह जान सकते हैं कि आपका नाम लाभार्थियों की सूची में है या नहीं। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के तहत 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए का सालाना स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा। योजना की शुरुआत 23 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड से करेंगे।
इस योजना का लाभ सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के आधार पर मिलेगा। इसके लिए 30 अप्रैल, 2018 को एक मुहिम चलाई गई थी, जिसमें उन लोगों का चालू मोबाइल नंबर और राशन कार्ड नंबर इकट्ठा किया गया था, जो लोग सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के डाटाबेस के आधार पर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
ऐसे चेक करें अपना नाम
5 लाख रुपए के फ्री इलाज का लाभ लेने के आप आयुष्मान भारत की वेबसाइट mera.pmjay.gov.in पर जाकर या हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल करके यह पता लगा सकते हैं कि योजना का लाभ आपको मिल सकता है या नहीं। अपने मोबाइल नंबर या राशन कार्ड की मदद से कोई भी यह पता कर सकता है कि वह लाभार्थियों की लिस्ट में है या नहीं। ओटीपी से वेरिफिकेशन के बाद ऑनलाइन KYC (नो योर कस्टमर) पूरा करना होगा। इसमें कोई मानवीय दखल नहीं है। हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके भी यह जान सकते हैं कि आप बीमा पाने के हकदार हैं या नहीं।
आयुष्मान मित्र करेंगे मदद
जिन स्थानों पर पायलट प्रोजेक्ट की शुरूआत हो चुकी है, वहां के सरकारी जिला अस्पतालों में आयुष्मान मित्र (Ayushman Mitras) की नियुक्ति की गई है, जो मरीजों की मदद करेंगे और लाभार्थी व हॉस्पिटल के बीच समन्वय स्थापित करेंगे। हेल्प डेस्क चलाने वाले योग्यता और एनरोलमेंट के लिए डॉक्युमेंट्स का वेरिफिकेशन करते हैं। सभी लाभार्थियों को QR कोड वाला लेटर भेजा जाएगा। इसको स्कैन करके योजना का लाभ उठाने के लिए योग्यता और पहचान की जांच की जाएगी।
किन अस्पतालों में होगा इलाज
- इस स्कीम का फायदा देश भर में लिया जा सकेगा। साथ ही, स्कीम के तहत पैनल में शामिल देश के किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में कैशलेस इलाज कराया जा सकेगा।
- राज्यों के सभी सरकारी अस्पताल इस स्कीम में शामिल माने जाएंगे। इसके अलावा इम्प्लॉई स्टेट इन्श्योरेंस कॉरपोरेशन (ईएसआईसी) से संबंधित अस्पतालों को बेड ऑक्युपेंसी रेश्यो के पैरामीटर के आधार पर इसके पैनल में शामिल किया जा सकता है।
- प्राइवेट अस्पतालों के मामले में निश्चित क्राइटीरिया के आधार ऑनलाइन इम्पैनल्ड किया जाएगा।