Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 May, 2018 01:17 PM
पैट्रोल व डीजल के दाम में वृद्धि तथा फलों सब्जियों के महंगा होने से थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल महीने में बढ़कर 3.18 प्रतिशत हो गई। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति मार्च में 2.47 प्रतिशत तथा पिछले साल
नई दिल्लीः पैट्रोल व डीजल के दाम में वृद्धि तथा फलों सब्जियों के महंगा होने से थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल महीने में बढ़कर 3.18 प्रतिशत हो गई। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति मार्च में 2.47 प्रतिशत तथा पिछले साल अप्रैल में 3.85 प्रतिशत रही थी। आज जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार खाद्य उत्पादों की मुद्रास्फीति अप्रैल 2018 में 0.87 प्रतिशत रही। अप्रैल महीने में सब्जियों में अपस्फीति 0.89 प्रतिशत रही जबकि इससे पहले महीने में यह 2.70 प्रतिशत रही थी।
ईंधन कीमतों में वृद्धि का असर
आंकड़ों के अनुसार ‘ईंधन व बिजली’ वर्ग के लिए मुद्रास्फीति अप्रैल महीने में 7.85 प्रतिशत रही जो मार्च में 4.70 प्रतिशत थी। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के बीच घरेलू ईंधन कीमतों में वृद्धि का असर इस दौरान रहा।
अप्रैल महीने में आलू के थोक मूल्य में 67.94 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी जो मार्च महीने में 43.25 प्रतिशत थी। वहीं, फलों के थोक मूल्य अप्रैल महीने में 19.47 प्रतिशत बढ़े जो मार्च महीने में 9.26 प्रतिशत बढ़ा था। हालांकि, अप्रैल महीने में प्याज और दूध के थोक मूल्य घट गए थे।