बजट पेश करने से पहले क्यों सेलिब्रेट की जाती है हलवा सेरेमनी?

Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Jan, 2023 04:24 PM

why is the halwa ceremony celebrated before the presentation of the budget

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। अगले साल होने वाले आम चुनावों से पहले यह मौजूदा मोदी सरकार का आखिरी बजट होगा। ऐसे में इस बजट से काफी उम्मीदें लगाई जा रही हैं। बजट की जब भी बात होती है, तो हलवा सेरेमनी का ख्याल जरूर आता...

बिजनेस डेस्कः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। अगले साल होने वाले आम चुनावों से पहले यह मौजूदा मोदी सरकार का आखिरी बजट होगा। ऐसे में इस बजट से काफी उम्मीदें लगाई जा रही हैं। बजट की जब भी बात होती है, तो हलवा सेरेमनी का ख्याल जरूर आता है। वर्षों से बजट पेश करने से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता रहा है लेकिन बीते साल यह सेरेमनी नहीं मनाई गई थी। कोरोना महामारी से जुड़े प्रोटोकॉल के चलते यह सेरेमनी नहीं आयोजित हुई थी। हो सकता है कि इस बार हलवा सेरेमनी मनाई जाए। हालांकि, इसे लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है। आइए जानते हैं कि यह हलवा सेरेमनी क्या होती है।

दशकों से चली आ रही परंपरा

दशकों से बजट से पहले हलवा सेरेमनी की परंपरा चली आ रही है। यह सेरेमनी बजट के दस्तावेजीकरण के बाद मनाई जाती है। नार्थ ब्लॉक, जहां वित्त मंत्रालय है, के नीचे बेसमेंट में बजट प्रेस है। उसी प्रेस में हलवा सेरेमनी होती है। हलवा बनने के बाद बजट की छपाई शुरू होती है। जिस दिन हलवा बना, उसके बाद बजट छापने वाले कर्मचारी और अधिकारी वहीं रहते हैं। कोरोना महामारी के चलते पिछले साल बजट का दस्तावेजीकरण नहीं हुआ था। इसे डिजिटल रूप से पेश किया गया था। ऐसे में हलवा सेरेमनी का आयोजन नहीं हो पाया। हालांकि, इसके स्थान पर मिठाई बांटी गई थी।

नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में रहते हैं कर्मचारी

हलवा सेरेमनी का आयोजन बजट की तैयारी पूरी होने के बाद और इसको पेश करने से पहले होता है। इसके लिए सचिवालय के नॉर्थ ब्लॉक में एक बड़ी कढ़ाही में हलवा बनाया जाता है। इस सेरेमनी में वित्त मंत्री और वित्त मंत्रालय के सभी अधिकारी शामिल होते हैं। सभी के बीच कढ़ाई में से हलवा बांटा जाता है। हलवा सेरेमनी के बाद वित्त मंत्रालय के 100 से अधिक कर्मचारी करीब 10 दिन तक नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में ही रहते हैं। वे वित्त मंत्री के बजट भाषण के बाद ही बाहर निकलते हैं। ऐसा इसलिए होता है, जिससे बजट से जुड़ी कोई भी जानकारी लीक ना होने पाए।

रंग लाती है कई दिनों की मेहनत

भारतीय परंपरा में कोई भी अच्छा काम होने पर या किसी शुभ काम से पहले मीठा खाना अच्छा माना जाता है। वित्त मंत्रालय के कर्मचारी कई दिनों से बजट बनाने के काम में लगे होते हैं। बजट बनने पर उनकी मेहनत को सराहा जाता है। इसके लिए हलवा खिलाकर उनका मुंह मीठा किया जाता है।
 

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