Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Jan, 2020 11:10 AM
देश के कई ट्रेड यूनियन और संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। इस भारत बंद का असर देश के बैंकिंग, ट्रांसपोर्ट सेक्टर पर पड़ सकता है। केंद्र सरकार की एंटी नेशनल, अर्थव्यवस्था विरोधियों नीतियों के खिलाफ इस बंद को बुलाया गया है। संगठन की ओर से दावा...
नई दिल्लीः देश के कई ट्रेड यूनियन और संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। इस भारत बंद का असर देश के बैंकिंग, ट्रांसपोर्ट सेक्टर पर पड़ सकता है। केंद्र सरकार की एंटी नेशनल, अर्थव्यवस्था विरोधियों नीतियों के खिलाफ इस बंद को बुलाया गया है। संगठन की ओर से दावा किया गया है कि इस भारत बंद में तकरीबन 25 करोड़ लोग शामिल होंगे। देश की दस केन्द्रीय मजदूर यूनियनों ने हड़ताल का आह्वान किया है।
इधर DoPT ने केंद्रीय कर्मचारियों को हड़ताल में नहीं शामिल होने का आदेश जारी किया है। किसी कर्मचारी को आकस्मिक अवकाश भी नहीं लेने का आदेश जारी किया है। अब ओडिशा में भी भारत बंद का असर दिख रहा है। भुवनेश्नर में कांग्रेस समर्थित ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सड़क को ब्लॉक किया, इसके अलावा ट्रेन को भी रोका गया। इधर बंगाल में भारत बंद का बड़ा असर दिख रहा है यहां सिलिगुड़ी में राज्य सरकार की बस के ड्राइवर हेल्मेट पहनकर बस चला रहे हैं ताकि प्रदर्शनकारियों की ओर से अगर कोई हमला किया जाता है, तो उसका सामना किया जा सके।
पश्चिम बंगाल के गुवाहाटी, ईस्ट मिदनापुर में प्रदर्शनकारियों ने ट्रांसपोर्ट को रोकना शुरू कर दिया है। बंद समर्थकों ने NH-41 को जाम कर दिया है। इसके अलावा हावड़ा में ट्रेन भी रोक दी गई है।
बैंकों की यूनियन ने बयान जारी कर इस हड़ताल में ट्रेड यूनियनों के शामिल होने की बात बताई है। इसमें अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA), बैंक कर्मचारी फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI), भारतीय राष्ट्रीय बैंक कर्मचारी महासंघ (INBEF), भारतीय राष्ट्रीय बैंक अधिकारी कांग्रेस (INBOX) और बैंक कर्मचारी सेना महासंघ (BKSM) जैसे बैंक यूनियन ने देशव्यापी हड़ताल पर जाने की घोषणा की है।
ट्रेड यूनियनों इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआइयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईडब्ल्यूए, एआइसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी सहित विभिन्न संघों और फेडरेशनों ने पिछले साल सितंबर में आठ जनवरी, 2020 को हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी।