Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Sep, 2020 05:03 PM
वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) ने कहा है कि वह वाहन उद्योग के प्रमुख निकायों को साथ लाने के लिए काम करेगा जिससे क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों को सरकार के समक्ष उठाया जा सके।
नई दिल्लीः वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) ने कहा है कि वह वाहन उद्योग के प्रमुख निकायों को साथ लाने के लिए काम करेगा जिससे क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों को सरकार के समक्ष उठाया जा सके। फाडा के नए अध्यक्ष विन्केश गुलाटी ने कहा कि यह कदम सरकार का ध्यान आकर्षित करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इससे हम सरकार के समक्ष विभिन्न नीतिगत मुद्दों तथा लंबे समय से लंबित मांगों पर अपनी बात रख सकेंगे। उन्होंने कहा कि लंबी सुस्ती की वजह से डीलर समुदाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
‘फाडा डीलरों का मुनाफा बढ़ाने के लिए कदम उठाएगी जिससे वाहनों के खुदरा कारोबार को आर्थिक दृष्टि से व्यावहारिक बनाया जा सके।' फाडा देशभर के 15,000 वाहन डीलरों का प्रतिनिधित्व करती है। गुलाटी ने कहा कि एसोसिएशन का उद्देश्य डीलरों का मार्जिन बढ़ाना और अन्य खुदरा संगठनों के साथ सहयोग के जरिए ऐसा कानून बनाने के लिए काम करना है जिससे रिटेलरों और डीलरों का संरक्षण हो सके।
गुलाटी ने कहा, ‘‘हमारा विचार है कि वाहन उद्योग का रुख एक होना चाहिए। व्यावहारिक दृष्टि से देखा जाए, तो आज हमारी आवाज को सुना नहीं जाता। पिछले दो तीन साल के दौरान वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियान, कलपुर्जा विनिर्माताओं के संगठन एक्मा तथा फाडा ने स्वतंत्र रूप से सरकार के समक्ष वाहन उद्योग के लिए आवाज उठाई है लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।'' उन्होंने कहा कि हम इस बात का प्रयास कर रहे हैं कि फाडा अगुवाई करते हुए ₨5-6 संगठनों को एकसाथ लाए। हम मिलकर सरकार के पास जाएं, जिससे वास्तव में हमारी सुनवाई हो सके।