Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Aug, 2021 01:45 PM
संपत्ति सलाहकार कंपनी एनारॉक के अनुसार देश के सात शहरों में 1.4 लाख करोड़ रुपए की 1.74 लाख हाउसिंग यूनिट्स का काम पूरी तरह ठप है। इसमें से 66 प्रतिशत मकान दिल्ली-एनसीआर में हैं। एनारॉक ने कहा कि उसने अपने रिसर्च में उन्हीं आवासीय परियोजनाओं को शामिल...
बिजनेस डेस्कः संपत्ति सलाहकार कंपनी एनारॉक के अनुसार देश के सात शहरों में 1.4 लाख करोड़ रुपए की 1.74 लाख हाउसिंग यूनिट्स का काम पूरी तरह ठप है। इसमें से 66 प्रतिशत मकान दिल्ली-एनसीआर में हैं। एनारॉक ने कहा कि उसने अपने रिसर्च में उन्हीं आवासीय परियोजनाओं को शामिल किया है, जो 2014 में या उसके बाद शुरू हुई हैं।
एनारॉक ने कहा कि देशभर के सात शहरों में ठप और लंबित हाउसिंग यूनिट्स की संख्या 6,28,630 है, जिनकी कीमत 5,05,415 करोड़ रुपए है। ये यूनिट्स दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता में हैं।
एनारॉक के निदेशक और प्रमुख (अनुसंधान) प्रशांत ठाकुर ने कहा, "वर्ष 2021 की पहली छमाही तक लगभग 6.29 लाख ऐसी हाउसिंग यूनिट हैं, जिन्हें शीर्ष-सात शहरों में पूरा किया जाना बाकी है। सात शीर्ष शहरों में पूरी तरह से ठप 1.74 लाख घरों की कुल कीमत वर्तमान में 1,40,613 करोड़ रुपए से अधिक है।" आगे बताया कि शहरों के इस हिसाब से दिल्ली-एनसीआर बाजार में सबसे अधिक 1,13,860 यूनिट्स का काम ठप है। यह सात शहरों की कुल ठप हाउसिंग यूनिट्स का 66 प्रतिशत है। वही मुंबई में 41,730 यूनिट्स, पुणे में 9,990 यूनिट्स, बेंगलुरु में 3,870 यूनिट्स और हैदराबाद में 4,150 यूनिट्स का काम ठप है। चेन्नई में इस तरह की कोई भी हाउसिंग यूनिट नहीं हैं।