Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 May, 2020 09:45 AM
वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने शनिवार को कहा कि वह लाखों विक्रेताओं और सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि वे लॉकडाउन
नई दिल्लीः वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने शनिवार को कहा कि वह लाखों विक्रेताओं और सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि वे लॉकडाउन के दौरान कुछ क्षेत्रों में गैर-आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित कर पाएं।
सरकार ने राष्ट्रव्यापी बंद 3.0 के दौरान ई-कॉमर्स कंपनियों को ऑरेंज और ग्रीन क्षेत्रों में गैर-आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की अनुमति दी है। सरकार ने बंद को दो सप्ताह बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया है लेकिन इसके साथ ही सीमित कोविड-19 मामलों वाले क्षेत्रों या पूरी तरह महामारी से मुक्त इलाकों में विभिन्न कारोबारी गतिविधियों और लोगों की आवाजाही की अनुमति दी गई है।
नए दिशानिर्देशों के अनुसार रेड क्षेत्रों में ई-कॉमर्स गतिविधियों की सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए अनुमति होगी। फ्लिपकार्ट के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम सरकार के लॉकडाउन से बाहर निकलने की योजना तैयार करने के प्रयासों तथा ई-कॉमर्स कंपनियों को ऑरेंज और ग्रीन क्षेत्रों में उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने की अनुमति देने के फैसले का स्वागत करते हैं।''
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मार्केटप्लस ई-कॉमर्स कंपनी के रूप में यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम विक्रेताओं और एमएसएमई समुदाय को आर्थिक गतिविधियां शुरू करने में मदद करें।'' उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स कंपनियां सुरक्षित, संपर्करहित आपूर्ति और स्वच्छ आपूर्ति श्रृंखला के जरिये केंद्र और राज्य सरकारों को कोविड-19 से प्रभावी तरीके से निपटने में सहयोग कर सकती हैं। प्रवक्ता ने कहा कि हम लाखों विक्रेताओं और एमएसएमई के साथ काम कर रहे हैं ताकि वे उपभोक्ताओं को उनकी जरूरत का सामान उपलब्ध करा पाएं।