Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 May, 2021 01:28 PM
दुनियाभर के खाद्य पदार्थों यानी फूड की कीमतें अप्रैल में लगातार 11वें महीनें बढ़ी हैं, जो जून 2014 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर हैं। संयुक्त राष्ट्र के FAO ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अनाज, वनस्पति तेल, मांस और डेयरी प्रोडक्ट्स की कीमतों में उछाल के...
बिजनेस डेस्कः दुनियाभर के खाद्य पदार्थों यानी फूड की कीमतें अप्रैल में लगातार 11वें महीनें बढ़ी हैं, जो जून 2014 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर हैं। संयुक्त राष्ट्र के FAO ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अनाज, वनस्पति तेल, मांस और डेयरी प्रोडक्ट्स की कीमतों में उछाल के कारण वर्ल्ड फूड प्राइस इंडेक्स में अप्रैल में बढ़ोतरी हुई है।
अनाज, तिलहन, डेयरी उत्पादों, मांस और चीनी के मासिक कीमतों में परिवर्तन को मापने वाली एजेंसी FAO ने कहा कि अप्रैल में यह इंडेक्स 120.9 अंकों पर रहा जो मार्च में औसतन 118.5 अंक, फरवरी में थोड़ा बदलकर 116.1 अंक और जनवरी 2021 में 116 अंकों पर था। FAO ने कहा कि अप्रैल में सालाना आधार पर अनाज की कीमतों में 1.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इनमें सबसे अधिक 5.7 फीसदी कीमतें मक्का का बढ़ी हैं।
इस बीच ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मोर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में भारत में महंगाई को लेकर चिंता जताई है। Morgan Staney ने कहा कि भारत में कोविड के तेजी से बढ़ते मामलों के साथ महंगाई बढ़ने की भी आशंका है जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए चिंता की बात है।
अपनी रिपोर्ट में मोर्गन स्टेनली ने कहा कि अप्रैल 2021 में भारत में होलसेल आधारित महंगाई दर 9.1% तक पहुंच सकता है, जो मार्च में केवल 7.4% था। हालांकि, एजेंसी ने कहा कि देश में उपभोक्ता आधारित खुदरा महंगाई दर में कमी आ सकती है और अप्रैल 2021 में इसके 3.9% रहने की संभावना है जो मार्च में 5.5% पर था।
मोर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में देश में इंडस्ट्रिलयल प्रोडक्शन (IIP) में तेजी आने का अनुमान जताया है। एजेंसी ने कहा कि मार्च 2021 में भारत का IIP रेट सालाना आधार पर 20.1% की तेजी से ग्रोथ कर सकता है। आपको बता दें कि फरवरी 2021 में IIP में 3.6% की गिरावट दर्ज की गई थी।