Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Dec, 2018 01:17 PM
भारत से बाहर अगर कोई अमेरिका या यूरोप के किसी देश में जाना चाहता है तो सबसे पहले मन में सवाल आता है महंगा किराया लेकिन आपको यहां बता दें कि देश में एक नई एयरलाइंस ने दिल्ली से अमेरिका की यात्रा के लिए महज 14,999 रुपए का
नई दिल्लीः भारत से बाहर अगर कोई अमेरिका या यूरोप के किसी देश में जाना चाहता है तो सबसे पहले मन में सवाल आता है महंगा किराया लेकिन आपको यहां बता दें कि देश में एक नई एयरलाइंस ने दिल्ली से अमेरिका की यात्रा के लिए महज 14,999 रुपए का किराया रखा है यानी आप 14,999 रुपए में दिल्ली से अमेरिका या यूरोप जा सकते हैं। आइसलैंड की एयरलाइंस कंपनी वाओ एयर ने दिल्ली से अपनी पहली फ्लाइट की शुरुआत की जो नॉर्थ अमेरिका और यूरोप को कनेक्ट करती है।
आपका आश्चर्य करना स्वाभाविक है
ये सुनकर शायद आपको भरोसा नहीं हो रहा होगा कि ऐसा कैसे संभव है लेकिन एयरलाइंस कंपनी का सबसे बड़ा दावा है कि वो सिर्फ 15000 रुपए में एयर टिकट दे रहा है। ज़ाहिर है आपको इस सस्ते टिकट के पीछे कोई झोल या मार्केटिंग स्ट्रेटेजी नज़र आ रही होगी। तो आपका सवाल वाजिब है क्यूंकि ये 15000 रुपए का टिकट लिमिटेड ऑफर है यानी महज़ चंद सीट ही इस किराए पर मिलेगी। (ये कितनी सीट होगी इसका खुलासा एयरलाइन ने नहीं किया है)
अतिरिक्त खर्च करना होगा
इस ऑफर के तहत आप 15,000 रुपए में सिर्फ अमेरिका जा सकेंगे, वो भी बिना किसी सामान के और बिना कुछ फ्लाइट में खाए-पीए। मतलब साफ है कि जितनी सुविधा आपको चाहिए होगी, उतनी जेब आपको ढीली करनी होगी। अगर दिल्ली से अमेरिका तक के सफर में आप फ्लाइट में कुछ खाना-पीना चाहते हैं तो उसके पैसे आपको देने होंगे। यही नहीं अपने साथ समान ले जाने के लिए भी लगेज का पैसा आपको ही देना होगा।
सस्ते किराए का दावा
इन सबके बावजूद wow air का दावा है कि अन्य एयरलाइंस कंपनियों के मुकाबले हमारा किराया 20-25 प्रतिशत कम ही पड़ेगा। कंपनी का कहना है कि लगेज, विमान में खाना आदि का खर्च शामिल होने के बाद भी यह किसी दूसरी एयरलाइन के मुकाबले सस्ता ही पड़ेगा। wow air की उड़ान हफ्ते में 3 बार दिल्ली से होगी।
एयरलाइन के सामने बड़ी चुनौती
भारत में वाओ एयर ने कदम तो रख दिया लेकिन उसके सामने चुनौतियां भी कम नहीं हैं। एक तो एयरलाइन के पास फिलहाल सिर्फ एक wide body एयरक्राफ्ट A330 है। ऐसे में एक एयरक्राफ्ट के ज़रिए एयरलाइन के लिए ये हवाई सेवा लगातार बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। आपको बता दें कि अंतराष्ट्रीय फ्लाइट्स जो लंबी दूरी की होती है उसके लिए wide body aircraft का होना ज़रूरी है। दूसरी चुनौती एटीएफ यानी हवाई जहाज़ के तेल की कीमत है। कीमतों में उतार चढ़ाव के बीच एयरलाइन के लिए सस्ते एयर टिकट के मॉडल पर टिके रहना बेहद मुश्किल है।
एयरलाइन की खास बातें
- कुछ सीटों के लिए ही किराया कम
- किराए में शामिल नहीं है खाना-पीना
- बिना शुल्क सिर्फ पर्सनल सामान जैसे लैपटॉप. ऑफिस बैग
- केबिन या अन्य हैंड बैगेज के लिए देने होंगे चार्ज