Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Jan, 2019 12:46 PM
डॉएचे बैंक के 2012 से इंडिया सीईओ रवनीत गिल प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक के नए सीईओ होंगे। 56 साल के गिल 1 मार्च को बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर की जगह लेंगे। यस बैंक में उनकी चुनौती बैड लोन को काबू में करने और रिटेल बिजनेस बढ़ाने की होगी।
नई दिल्लीः डॉएचे बैंक के 2012 से इंडिया सीईओ रवनीत गिल प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक के नए सीईओ होंगे। 56 साल के गिल 1 मार्च को बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर की जगह लेंगे। यस बैंक में उनकी चुनौती बैड लोन को काबू में करने और रिटेल बिजनेस बढ़ाने की होगी। गिल को सीईओ बनाए जाने से निवेशक खुश हैं। इस खबर से यस बैंक के शेयरों में 8 फीसदी से अधिक का उछाल आया है। बैंक ने दिसंबर क्वॉर्टर के रिजल्ट का ऐलान भी गुरुवार को ही किया, जिसमें ग्रॉस एनपीए बढ़कर 2.10 फीसदी हो गया। इससे पहले की सितंबर तिमाही में यह 1.60 फीसदी था।
गिल के साथ डॉएचे बैंक में 11 साल तक काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया, ‘यस बैंक की कमान अब तक प्रमोटर के हाथ में रही है और वह बदलाव के दौर से गुजर रहा है। डॉएचे में एक प्रोसेस के तहत सारे काम होते हैं। यह बदलाव गिल के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।’
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सीईओ पद के लिए कपूर के कार्यकाल को बढ़ाने से मना कर दिया था। इस वजह से उन्हें पद छोड़ना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि गिल की परफॉर्मेंस पर कपूर की करीबी नजर रहेगी। पिछले साल अक्टूबर में आरबीआई ने यस बैंक की कपूर का कार्यकाल कम से कम अप्रैल 2019 तक बढ़ाने की अपील ठुकरा दी थी। इससे पहले खबरें थी कि गिल और यस बैंक के सीएफओ रजत मोंगा के बीच सीईओ बनने की रेस चल रही है और इसमें गिल का पलड़ा भारी है। यस बैंक के बोर्ड ने दोनों के नाम रिजर्व बैंक के पास मंजूरी के लिए भेजे थे। इस खबर पर प्रतिक्रिया के लिए भेजे गए मेसेज और फोन कॉल्स का गिल ने जवाब नहीं दिया।
1991 में डॉएचे बैंक को ज्वाइन करने से पहले गिल सिविल सर्विसेज में जाना चाहते थे। डॉएचे बैंक में कामकाज के दौरान उनकी छवि कंजर्वेटिव बैंकर की बनी। बैंकरों का कहना है कि यस बैंक को अभी ऐसे ही सीईओ की जरूरत है। डॉएचे बैंक में उनके साथ काम करने वाले एक और व्यक्ति ने बताया, ‘भारत में डॉएचे कॉरपोरेट बैंक था। गिल ने पूरा करियर इसी सेगमेंट में गुजारा है। यस बैंक का कॉर्पोरेट बिजनस काफी बड़ा है। पिछले तजुर्बे से गिल को यहां मदद मिलेगी।’ उन्होंने बताया कि गिल के कॉर्पोरेट सेक्टर में काफी संपर्क हैं और इससे बैंक को इस बिजनेस को बढ़ाने में मदद मिलेगी।