योगी सरकार खोलेगी जॉब का पिटारा, MSME के जरिए 15 लाख लोगों को देगी रोजगार

Edited By rajesh kumar,Updated: 13 Oct, 2020 01:32 PM

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योगी सरकार कोरोना महामारी के दौरान बेरोजगार हुए युवाओं को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के जरिए रोजगार देने की बड़ी तैयारी कर रही है।

बिजनेस डेस्क: योगी सरकार कोरोना महामारी के दौरान बेरोजगार हुए युवाओं को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के जरिए रोजगार देने की बड़ी तैयारी कर रही है। यूपी सरकार के प्रवक्ता व एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि आत्मनिर्भर योजना के तहत प्रदेश के 15 से 15 लाख लोगों को रोजगार देने की तैयारी की जा रही है।

20 लाख नई इकाइयां होंगी खड़ी
एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि अनलॉक वन शुरू होने से लेकर अबतक एमएसएमई की नई इकाइयों को 12.5 करोड़ रुपए का लोन बांटा जा चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार का टारगेट है कि 31 मार्च 2021 तक 20 लाख नई इकाइयों को खड़ा करने के लिए लोन उपलब्ध कराया जाएं। उन्होंने कहा है कि बैंकों के जरिए इन नई 20 लाख इकाईयों को लगभग 50 हजार करोड़ का लोन मुहैया कराया जाएगा। जिससे 14 से 15 लाख रोजगार के नये अवसरों का सृजन होगा और बेरोजगार नौजवानों को इसका सीधे तौर पर लाभ भी मिल सकेगा। 

लोगों को स्वरोजगार से भी जोड़ा जाएगा
उनके मुताबिक इसके तहत कई योजनाओं के जरिए लोगों को स्वरोजगार से भी जोड़ा जाएगा। विश्वकर्मा सम्मान योजना, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना जैसी योजनाओं में जहां पहले बेरोजगारों को प्रशिक्षण दिया जाता है और उन्हें टूल किट प्रदान की जाती है। वहीं उन्हें अब मुद्रा योजना से जोड़कर आत्म निर्भर बनाने की भी कोशिश की जा रही है। इसके अलावा यूपी में महिलाओं और लड़कियों के साथ बलात्कार और हत्या की बढ़ रही घटनाओं को लेकर प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश में महिला अपराधों में 40 से 45 फीसदी तक की कमी आई है।  ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि एनसीआरबी के आंकड़े इसे खुद बयां कर रहे हैं।

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