Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jul, 2017 03:06 PM
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के रडार पर एक लाख लोग सीधे तौर पर हैं। ये वो लोग हैं जिन्होंने डिपार्टमेंट ने हाई रिस्क कैटेगरी में रखा है।
नई दिल्लीः इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के रडार पर एक लाख लोग सीधे तौर पर हैं। डिपार्टमेंट इन लोगों पर सख्त एक्शन ले सकता है। जानकारी के अनुसार इन लाख लोगों ने नोटबंदी के दौरान जमा किए गए कैश पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सवालों का या तो जवाब नहीं दिया है या फिर संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाएं हैं।
एक लाख लोग हाई रिस्क कैटेगरी में
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से को मिली जानकारी के अनुसार ऑपरेशन क्लीन मनी-2 के तहत 18 लाख लोगों की पहचान की गई है जिसमें से एक लाख लोग ऐसे हैं, जो कि हाई रिस्क कैटेगरी में हैं। ये वो लोग हैं जिन्होंने बड़ी मात्रा में कैश डिपॉजिट किया है। ऐसे में डिपॉर्टमेंट ऐसे लोगों के खिलाफ आने वाले दिनों में सख्त एक्शन ले सकता है।
आई.टी.आर. में दी गल्त डिटेल, तो होगी कार्यवाही
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की 31 जुलाई तक फाइल किए जाने वाले आई.टी.आर. पर खास तौर से नजर है। जिसमें वह यह देखना चाहता है कि लोगों ने आईटीआर फाइल करते वक्त अपनी सही डिटेल दी है कि नहीं, अगर वह ऐसा नही करते हैं, तो उनके खिलाफ काफी सख्त एक्शन लिए जा सकते हैं। डिपार्टमेंट द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार आईटीआर में नोटबंदी के दौरान 2 लाख या उससे ज्यादा की जमा की गई रकम को डिपार्टमेंट उसके द्वारा कलेक्ट की गई जानकारी से चेक करेगा। अगर ऐसा नहीं होता है, तो ऐसे लोग खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। इसी तरह इस बात पर भी नजर रहेगी, कि आईटीआर फाइल करते वक्त टैक्स देनदारी को किसी तरह छुपाया तो नहीं गया है।