Edited By Priyanka rana,Updated: 07 Jun, 2020 12:59 PM
लॉकडाऊन के बाद शहर मे शुरू हुई औद्योगिक इकाइयां के कारण श्रमिकों का पलायन रुक गया है।
चंडीगढ़ (लल्लन) : लॉकडाऊन के बाद शहर मे शुरू हुई औद्योगिक इकाइयां के कारण श्रमिकों का पलायन रुक गया है। इसका उदाहरण प्रशासन की तरफ से भेजे 5 जून को भेजी गई श्रमिक ट्रेन प्रशासन की तरफ से पता चलता है। क्योंकि उस ट्रैन में काफी सीटें खाली मजदूरों को भेजने के लिए कई थी। सूत्रों के अनुसार प्रशासन की ओर से और श्रमिक मैसज किए, लेकिन श्रमिकों की स्पेशल ट्रेन नहीं भेजी जाएंगी।
लॉकडाउन में 1.25 लाख लोगों ने आवेदन किया था। पर सब्जी मंडी, औद्योगिक इकाइयां-1 व 2 तथा मोहाली औद्योगिक क्षेत्र तथा पंचकूला ओपन हो गए हैं, जिससे श्रमिकों ने कार्य करना शुरू कर दिया। कोरोना से शहर में लॉकडाऊन के दौरान सभी कार्य बंद होने के कारण सारे मजदूर बेरोजगार हो गए थे। इस कारण अपने राज्य जाने के लिए 1.25 लाख लोगों ने आवेदन किया। प्रशासन ने नजदीक के लोगों को बस व ट्रेन से 43382 श्रमिकों को निवास स्थान भेज चुके हैं।
तारीख खाली सीटें
23 मई को 421
27 मई 105
28 मई। 98
3 जून 300
5 जून। 143
फोन करने के बाद भी नहीं पहुंच रहे श्रमिक :
प्रशासन की तरफ से 3 व 5 जून को मजदूरों को भेजने के लिए कई मैसज किए, लेकिन श्रमिकों की संख्या स्क्रीनिंग के लिए नहीं पहुंच सके। जानकारी के अनुसार 16000 से अधिक कॉल व मैसज किए गए। इसके बाद भी 1443 श्रमिक ही पहुंच सके। वहीं सैक्रेटरी सोशल वैल्फेयर यशपाल गर्ग ने कहा कि राज्य सरकार की मांग रही तो रेलवे से बात करके और भी श्रमिक ट्रेन चलाई जा सकती हैं।