Edited By pooja verma,Updated: 21 Jun, 2019 11:14 AM
चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस किस कदर सतर्क है, इसका सबूत वीरवार को मिला जब ऑन ड्यूटी 12 ट्रैफिक पुलिस कर्मी सरकारी वाहन हिमाचल भवन के पीछे पार्किंग में खड़े कर ए.सी. रूम में वर्दियां खूंटियों पर टांग कर सोए हुए थे।
चंडीगढ़ (ब्यूरो): चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस किस कदर सतर्क है, इसका सबूत वीरवार को मिला जब ऑन ड्यूटी 12 ट्रैफिक पुलिस कर्मी सरकारी वाहन हिमाचल भवन के पीछे पार्किंग में खड़े कर ए.सी. रूम में वर्दियां खूंटियों पर टांग कर सोए हुए थे।
पुलिस वालों से परेशान एक व्यक्ति की शिकायत मिलने पर जब मीडिया वहां पहुंचा तो उनमें भगदड़ मच गई। कोई दरवाजे से बाहर भागा तो किसी ने बाथरूम में घुस कर कुंडी लगा ली।
कई तो वर्दी बिस्तर पर ही छोड़कर बाथरूम में घुस गए। जब उनसे सवाल पूछा गया तो कोई बोला कि हम यहां पर सिर्फ खाना खाने के लिए आए थे तो कोई और बहाने बनाता दिखा लेकिन हकीकत कैमरों में कैद हो गई।
मैनेजर बोला-पुलिस वाले अक्सर आकर सोते हैं
इतना ही नहीं, टोइंग वैन के ड्राइवर के मुताबिक उन्हें 2 घंटे का लंच ब्रेक मिलता है और वह यहां पर लंच करने आए थे लेकिन डोरमैट्री सिर्फ गेस्ट के ड्राइवरों के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है और ड्राइवर ही वहां पर आराम करते हैं, जिनका 100 रुपए प्रति बैड के हिसाब से चार्ज भी लिया जाता है।
हिमाचल भवन के मैनेजर अनिल कपूर ने बताया कि यहां पर किसी भी ट्रैफिक पुलिसकर्मी के ठहरने की कोई इजाजत नहीं है। फिर भी पुलिस वाले अक्सर यहां आकर सोते हैं।
पी.आर.ओ. ने ड्यूटी रोस्टर चैक की बात कही
वहीं, इस मामले को लेकर जब ट्रैफिक एस.पी. शशांक आनंद से बात की गई तो उन्होंने किसी अफसर को मौके पर भेजने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। मीडिया मौके पर आला अधिकारियों का इंतजार करता रहा लेकिन मौके पर कोई नहीं पहुंचा। पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार वह ड्यूटी रोस्टर चैक करेंगे। उसके आधार पर कार्रवाई होगी।