अब सुपर-600 योजना से संवरेगा हरियाणा के बच्चें का भविष्य

Edited By Ajay Chandigarh,Updated: 03 Aug, 2022 10:00 PM

40 thousand children from the state have given entrance exam

अब सुपर 600 योजना से हरियाणा के बच्चों का भविष्य संवरेगा। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 9वीं कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को होनहार बनाने की कवायद शुरू कर दी जाएगी ताकि 10वीं और 12वीं कक्षा के बाद की प्रतियोगी परीक्षाओं में बच्चे अव्वल प्रदर्शन कर...

चंडीगढ़,(अर्चना सेठी): अब सुपर 600 योजना से हरियाणा के बच्चों का भविष्य संवरेगा। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 9वीं कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को होनहार बनाने की कवायद शुरू कर दी जाएगी ताकि 10वीं और 12वीं कक्षा के बाद की प्रतियोगी परीक्षाओं में बच्चे अव्वल प्रदर्शन कर सकें। शुरूआत में सुपर 100 के अंतर्गत 11वीं कक्षा के होनहार बच्चों को शिक्षा विभाग बड़े कोङ्क्षचग सैंटर्स से ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है परंतु अब सुपर 600 व बुनियाद कार्यक्रम के अंतर्गत 9वीं कक्षा में आने वाले बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ कोङ्क्षचग सैंटर्स से ऑनलाइन पढ़ाई करवाना शुरू की जा रही है। 
 

 

-सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों की बुनियाद होगी मजबूत
हरियाणा के राज्य शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर का कहना है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों के बच्चों को पढ़ाई में होनहार बनाने के लिए शिक्षा विभाग कई तरह की योजनाओं पर काम कर रहा है। बच्चों को स्कूलों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा रही है और ऐसे बच्चे जो प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं उन्हें शिक्षा विभाग अतिरिक्त पढ़ाई के लिए ऑनलाइन कोङ्क्षचग भी दिलवा रहा है। निजी स्कूल में पढऩे वाले बच्चे अपने स्तर पर महंगे कोङ्क्षचग सैंटर्स में कोङ्क्षचग ले लेते हैं परंतु सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे कोङ्क्षचग सैंटर्स की महंगी फीस की वजह से कोङ्क्षचग से महरूम रह जाते थे, ऐसे में शिक्षा विभाग ने बच्चों के टैलेंट को बाहर निकालने के लिए सुपर 100 के अंतर्गत 11वीं कक्षा के 100 बच्चों की कोङ्क्षचग का खर्च उठाया। बच्चों को मिली कोङ्क्षचग के बाद उनके प्रतियोगी परीक्षाओं में बढिय़ा प्रदर्शन को देखते हुए अब सुपर 600 योजना का गठन किया गया है। जिसमें 9वीं कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को कोङ्क्षचग सैंटर्स से ऑनलाइन कोङ्क्षचग दिलवाने का फैसला लिया गया है। 9वीं कक्षा से बच्चों की बुनियाद मजबूत बनेगी और आगे की परीक्षाओं में वह बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। प्रदेश के हर जिले से 100 बच्चों का कोङ्क्षचग सैंटर्स से कोङ्क्षचग दिलवाने के लिए चयन किया जाएगा। प्रदेश के 2200 के करीब बच्चों को कोङ्क्षचग सैंटर्स से नि:शुल्क कोङ्क्षचग दिलवाने के लिए 51 कोङ्क्षचग सैंटर्स बनाए जा रहे हैं। 2200 बच्चों का चयन करने के लिए प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की जा चुकी है, परिणाम घोषित होते ही बच्चों को कोङ्क्षचग के लिए रजिस्टर कर दिया जाएगा।
 

 

-सुपर 100 योजना के नए प्रारूप में ज्यादा बच्चे किए शामिल
हरियाणा शिक्षा विभाग के अधिकारी नंद किशोर वर्मा का कहना है कि सुपर 100 योजना के अच्छे नतीजों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने सुपर 100 योजना का सुपर 600 योजना में प्रसार किया है। अब 9वीं कक्षा से बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करना शुरू कर दिया जाएगा। सुपर 100 में प्रदेश के सिर्फ 100 बच्चे पंचकूला और रेवाड़ी के सैंटर्स द्वारा अतिरिक्त कोङ्क्षचग से तैयार किए जा रहे थे परंतु अब 9वीं कक्षा में पढऩे वाले प्रदेश के 2200 के करीब बच्चों को शिक्षा विभाग नैशनल टैलेंट सर्च एगजामिनेशन (एन.टी.एस.ई.), किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहित (के.वी.पी.वाई.) योजना के अंतर्गत बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं जे.ई.ई., नीट इत्यादि के लिए तैयार करवाया जाएगा। हर जिले से 100 बच्चों का चयन करने के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जा चुकी है।


40 हजार बच्चों ने बुनियाद कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित परीक्षा में हिस्सा लिया है। सप्ताह भर में परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे और होनहार बच्चों को कोङ्क्षचग के लिए 51 कोङ्क्षचग सैंटर्स पर रजिस्टर कर दिया जाएगा। उनका कहना है कि अब सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे भी पढ़ाई के क्षेत्र में निजी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को मात दे सकेंगे।  

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