Edited By pooja verma,Updated: 11 Feb, 2020 10:38 AM
शहरी विकास मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि चंडीगढ़ में वर्तमान में करीब 2521 विभिन्न टाइप के सरकारी मकान उपलब्ध है, जबकि जरूरत 2728 मकानों की है।
चंडीगढ़ (साजन): शहरी विकास मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि चंडीगढ़ में वर्तमान में करीब 2521 विभिन्न टाइप के सरकारी मकान उपलब्ध है, जबकि जरूरत 2728 मकानों की है। 207 मकान चंडीगढ़ में कम पड़ रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों और अफसरों को जनरल पूल रैजिडैंशियल एकोमोडेशन के तहत मिलने वाले टाइप-2, 4 और 6 के मकानों की शहर में कमी है।
कमी को दूर करने के लिए सी.पी.डब्ल्यू.डी. सैक्टर-38बी में 42 नए फ्लैट्स का निर्माण करने जा रहा है। सांसद किरण खेर ने लोकसभा में सवाल पूछा था जिस पर आवास और शहरी विकास मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। खेर ने लोकसभा में पूछा था कि क्या चंडीगढ़ और दिल्ली में सरकारी अफसरों और कर्मचारियों के मकानों की कमी दूर करने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं।
मंत्रालय की तरफ से जवाब दिया गया कि अफसरों को मिलने वाले मकानों की चंडीगढ़ और दिल्ली में काफी कमी है। मंत्रालय ने जगह की कमी का हवाला दिया। मंत्रालय की तरफ से जवाब में यह भी कहा गया कि चंडीगढ़ में सी.पी.डब्ल्यू.डी. 42 नए फ्लैट्स का निर्माण करने जा रहा है। टाइप-2 और 4 के यह सभी फ्लैट्स सैक्टर-38बी में बनाए जा रहे हैं।